रांची, प्रणव : झारखंड मतलब कोयले की खान। यह खान झारखंड की जान है तो कोयला माफियाओं के लिए पैसा बरसाने वाली मशीन। माफिया जितना अवैध कारोबार करते हैं उतना ही नुकसान सरकार को होता है। हर माह करोड़ों के राजस्व की क्षति होती है। कोल लिंकेज मामले की जांच कर रही सीबीआइ की तहकीकात में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इसमें बताया गया है कि झारखंड-बिहार में...
More »SEARCH RESULT
बीजों के ट्रायल के लिए तांता
रायपुर राज्य में बिक्री के पहले हाईब्रिड बीजों की ट्रायल रिपोर्ट अनिवार्य करने के बाद इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में निजी कंपनियों की लाइन लग गई है। दर्जनों कंपनियों ने अपने बीजों की टेस्टिंग कराने की एक हजार से ज्यादा अर्जियां लगाई हैं। आवेदनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यूनिवर्सिटी ने नए सैंपल लेना ही बंद कर दिया है। धान के हाईब्रिड बीजों का फर्जीवाड़ा रोकने के लिए कृषि विभाग ने...
More »बिहार में सूखे की आशंका, बारिश के लिए अनोखी रस्में
पटना। बिहार के 18 जिलों के किसानों को एक बार फिर सूखे की चिंता सताने लगी है। बारिश की कमी के कारण किसान जहां उमड़ते-घुमड़ते बादलों की तरफ टकटकी लगाए हुए हैं तो वहीं महिलाएं अनोखी रस्में निभाकर इंद्र भगवान को खुश करने के लिए रात में हल चला रही हैं। इस बीच सरकार भी सूखे से निपटने के लिए आवश्यक तैयारियों में जुट गई है। इस वर्ष मानसून आने के बाद...
More »बारिश ने किया खुश, 15 प्रतिशत हुई धान की रोपाई
पटना। बिहार में इस वर्ष मानसून की अच्छी बारिश से किसानों के चेहरे पर रौनक लौट आई है। उन्हें आशा है कि इस वर्ष बारिश दगा नहीं देगी। अच्छी बारिश के कारण ही राज्य में अब तक करीब 15 फीसदी धान की रोपाई हो चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में इस वर्ष भरपूर बारिश होने की सम्भावना है। विभाग के एक अधिकारी के अनुसार 11 जुलाई तक राज्य में सामान्य से...
More »गरीबों को दिया जा रहा घटिया चावल: सत्तापक्ष
भोपाल। विधानसभा में भाजपा विधायकों ने राशन की दुकानों से घटिया चावल देने का आरोप लगाया। ध्यानाकर्षण सूचना के जरिए यह मामला भाजपा विधायक ठाकुरदास नागवंशी और गिरिजाशंकर शर्मा ने उठाया। उन्होंने कहा कि बीपीएल एवं अंत्योदय कार्डधारकों को अच्छी किस्म के क्रांति चावल की जगह दोयम दर्जे का चावल दिया जा रहा है। जबकि मप्र राज्य सहकारी विपणन संघ (मार्कफेड) की ओर से राज्य नागरिक आपूर्ति निगम को अच्छी किस्म का...
More »