SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 6625

गोदाम अनाज से भरे फिर भी भूख से मौतें क्यों?: सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली. देश में भूख से मौतों के बढ़ते मामलों से सुप्रीम कोर्ट चिंतित है। उसने केंद्र से पूछा है कि जब अनाज के गोदाम लबालब भरे हैं। बंपर फसल भी हुई है। फिर भी देश में भुखमरी के मामले क्यों बढ़ रहे हैं। साथ ही शीर्ष कोर्ट ने गरीबी की रेखा से नीचे के लोगों (बीपीएल)की संख्या हर राज्य में केवल 36 फीसदी मानने पर भी योजना आयोग को कड़ी फटकार लगाई।...

More »

अग्निवेश ने सोनिया को किया आगाह, 4 जून से शुरू होगा बाबा रामदेव का सत्‍याग्रह

नई दिल्ली. समाजसेवी स्वामी अग्निवेश ने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी पार्टी के नेता दिग्विजय सिंह को अब भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे आंदोलन को नुकसान पहुंचाए जाने संबंधी बयान देने से रोकना चाहिए और यदि वे ऐसा नहीं करतीं, तो इससे उनकी पार्टी को नुकसान पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को सुनिश्चित करना होगा कि दिग्विजय सिंह उनकी अन्ना को लिखे पत्र में व्यक्त की गई भावना के...

More »

हिरना समझ-बूझ वन चरना..- संपादकीय

जिसका शुरू से मुझे डर था, अब वही हो रहा है। लोकपाल के नाम पर उमड़ा अपूर्व जनाक्रोश अब अपूर्व दिग्भ्रम बनता चला जा रहा है। सबसे पहले अन्ना हजारे को ही लें। जब उन्हें अनशन पर बिठाया गया था, तब और अब, जबकि वे लोकपाल विधेयक कमेटी के सबसे महत्वपूर्ण सदस्य हैं, उनकी अपनी कोई सोच दिखाई ही नहीं पड़ती। उन्हें जो भी तत्काल सूझ पड़ता है, उसे वे अखबारों को...

More »

सांसदों को साध कर रखते हैं उद्योग घराने

नई दिल्ली। ऐसे समय में जब संसद विवादित लोकपाल विधेयक पर चर्चा करने की तैयारी में है, एक पूर्व नौकरशाह ने कहा है कि ज्यादातर उद्योग घराने सरकारी नीतियों को प्रभावित करने या अपने पक्ष में निर्णय के लिए सासदों को साध कर रखते हैं। आर्थिक खुफिया ब्यूरो के पूर्व महानिदेशक बी.वी. कुमार ने अपनी नई किताब 'दि डार्कर साइड आफ ब्लैक मनी' में लिखा है कि कुछ बड़े उद्योग घराने...

More »

आंदोलन के बाद उठे सवाल : महेश रंगराजन

भ्रष्टाचार के विरुद्ध अन्ना हजारे के आंदोलन ने जनता के मन में जगह बना ली और सरकार को लोकपाल विधेयक के संबंध में चुस्ती-फुर्ती दिखानी पड़ी। सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार और उसे नियंत्रित करने के श्रेष्ठ तरीकों के बारे में सक्रिय बहस जारी है। अन्ना के अहिंसक आंदोलन ने युवाओं और आमतौर पर गैरराजनीतिक रुझान रखने वाले मध्यवर्ग को भी प्रभावित किया। यह भी उल्लेखनीय है कि नए विधेयक की प्रक्रियाएं...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close