खंडवा। सुमित अवस्थी। कम वजन के बच्चे, खांसी और बुखार से ग्रसित लेकिन डॉक्टरी इलाज की जगह झाड़-फूंक पर भरोसा। किसी बच्चे के गले में लहसुन की माला तो किसी के पीपल के पत्ते। किसी को मतरा हुआ पानी दिया जा रहा है तो कोई नाड़ा बांधे हुए है। पिछले 45 दिन में चार बच्चों की मौत के बाद भी कुपोषित बच्चों को न तो मां-बाप बाल शक्ति केंद्र ला...
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खुलासाः भारत में नवजात बच्चों में दिल की बीमारियों में इजाफा
नई दिल्ली। स्वस्थ भारत और समृद्ध भारत के लिए स्वस्थ बच्चों का होना जरूरी है। लेकिन एक चौंकाने वाली रिपोर्ट के मुताबिक नवजात बच्चे दिल की बीमारियों की चपेट में तेजी से आ रहे हैं। सवाल ये है कि गर्भ में पल रहे बेजुबान मासूम आखिर इस समस्या से क्यों दो चार हो रहे हैं। इसका जवाब सीधा और सपाट है गर्भ मेें पल रहे बच्चों के पेट में फैट...
More »सपने दुलारने की बाकी कसक-- अलका कौशिक
औरतों के नाम एक दिन की रिवायत हर साल मज़बूत होती जा रही है। कभी स्कूल-कॉलेज के दिनों में यह दिन सिर्फ एक तारीख भर था जिसे रट लेना होता था आधे-एक नंबर की गारंटी की खातिर! फिर बात आगे बढ़ी, कुछ खेल-तमाशे जुड़ने लगे। लिपस्टिक-बिंदी पर छूट, पार्लरों में आफर, ड्रैस पर पेशकश और साड़ी के साथ कुछ इनाम... खर्रामा-खर्रामा महिला दिवस मनाने का चलन बढ़ता रहा। और इसी...
More »ठेकेदार अब खुद की लैब में जाचेंगे मटेरियल, फिर करेंगे निर्माण
श्योपुर। भवन या सड़क निर्माण में उपयोग होने वाली सामग्री की गुणवत्ता ठीक है या नहीं? इसकी जांच अब ठेकेदार ही करेंगे, उसके बाद निर्माण कार्य करेंगे। दरअसल सरकार की एक नई व्यवस्था ने ठेकेदारों को यह सहूलियत दे दी है। 50 लाख से अधिक के निर्माण कार्यों के लिए साइट (यानी निर्माण स्थल) पर ही ठेकेदारों को लैब बनानी होगी। इस लैब में वह निजी उपकरणों व तकनीक स्टाफ से...
More »आरटीआई से जमीन की जानकारी पर थमाए 9 हजार पेज के दस्तावेज
जयपुर। राजस्थान में उदयपुर के ऑटो रिक्शा चालक ने अपने पिता की डेढ़ बीघा जमीन के अधिग्रहण के बारे में जानकारी मांगी तो राजस्थान औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम (रीको) ने प्रार्थी को नौ हजार पेज के दस्तावेज भेज दिए। इनका वजन करीब 39 किलो है। इस ऑटो रिक्शा चालक का नाम शांतिलाल है और यह गरीबी रेखा से नीचे की श्रेणी में आता है। पांचवी कक्षा तक पढ़ा हुआ है।...
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