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सीएसई का बारहवां मीडिया फैलोशिप- आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ायी गई

    सेंटर फॉर साईंस एंड एन्वायर्न्मेंट (सीएसई) की पापिया समजदार से प्राप्त सूचना के अनुसार सीएसई के बारहवें मीडिया फैलोशिप- वाटरबॉडीज इन इंडिया: पब्लिक स्पेस, प्राइवेट डिजायन-  में आवेदन करने की अंतिम तिथि बढाकर 31 मई,2011 कर दी गई है। इस सिलसिले में किसी भी स्पष्टीकरण के लिए कृपया निम्नलिखित नंबर पर फोन या फैक्स करें-  फोन: 011-29955124, 29955125, फैक्स: 011-29955879' 9811906977 ईमेल:   उद्योग-धंधे, शहरीकरण, बढ़ती आबादी, आधे-अधूरे कानून-- जमीन ही नहीं जलाशयों पर भी इन सबका...

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आदर्श सोसायटी घोटाला-- पर्दाफाश के पीछे किसकी मेहनत

देश के रक्षा और राजनीतिक हलकों की कई महत्वपूर्ण हस्तियों को अपने लपेटे में लेने वाले आदर्श सोसायटी घोटाले को उजागर करने का दावा कई अखबार और टीवी चैनलों ने किया। इनमें कुछेक तो देश की मीडिया मंडी के दिग्गज शुमार किए जाते हैं। इस घोटाले से नौकरशाह, राजनेता और अपने पदाधिकार का दुरुपयोग करने वाले रक्षाविभाग के अधिकारियों की आपसी मिलीभगत का पर्दाफाश हुआ। जाहिर है, जब इतने सारे...

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खबरों का ग्रीनहंट! : अरुंधति राय

भारत सरकार एक ओर जब देश के गांवों में सेना और वायुसेना तैनात कर लोगों के संघर्ष को दबाने पर विचार कर रही है तो दूसरी ओर शहरों में कुछ विचित्र घटनाएं देखने में आ रही हैं। बीते 2 जून को मैंने मुंबई में कमेटी फॉर प्रोटेक्शन ऑफ डेमोक्रेटिक राइट्स (सीपीडीआर) द्वारा आयोजित एक जनसभा को संबोधित किया। अगले दिन तमाम अखबारों और टीवी चैनलों पर इसकी सही कवरेज हुई। इसी दिन...

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सर्व शिक्षा अभियान में भ्रष्टाचार का बोलबाला

लंदन। भारत सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना 'सर्व शिक्षा अभियान' में बड़े फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हुआ है। 14 साल तक की उम्र के गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा मुहैया कराने के नाम पर 480 करोड़ रुपये की बड़ी रकम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। इस परियोजना के लिए भारत को अरबों रुपये की आर्थिक मदद देने वाले ब्रिटेन ने धन के दुरुपयोग पर जांच बैठा दी है। ब्रिटिश सरकार ने भारत के...

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शिक्षा

खास बात • साल १९९३-९४ में ग्रामीण इलाकों में पुरुष साक्षरता की दर(राष्ट्रीय स्तर) ६३ फीसदी थी जो साल १९९९-२००० में बढ़कर ६८ फीसदी हो गई।* • साल १९९३-९४ में ग्रामीण इलाकों में महिला साक्षरता की दर(राष्ट्रीय स्तर) ३६ फीसदी थी जो साल १९९९-२००० में बढ़कर ४३ फीसदी हो गई।*  • भारत के ग्रामीण अंचल में अनुसूचित जनजाति के तबके के लोगों में साक्षरता दर सबसे कम(४२ फीसदी) पायी गई है। इसके तुरंत बाद अनुसूचित...

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