जनसत्ता 2 अक्टुबर, 2012: महात्मा गांधी ने दुनिया को कोई नया वाद या सिद्धांत देने का दावा नहीं किया। उन्होंने तो अपने आचरण से वह मार्ग दिखाया जिस पर चल कर समस्त प्राणियों की हित-साधना की जा सकती है। इसीलिए उन्होंने कहा कि ‘मेरा जीवन ही संदेश है।’ तब प्रश्न यह आता है कि इस संदेश या मार्ग को किन शब्दों के सहारे समझा जाए? जहां तक मैंने समझा है,...
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लगातार वर्षा से बिहार में बाढ़ का खतरा, सरकार ने जारी किया अलर्ट
पटना। लगातार हो रही बारिश और नेपाल के तराई क्षेत्र से छोड़ जाने वाले पानी की वजह से राज्य में बाढ़ का संकट गहरा गया है। सारी नदियां खतरे के निशान को छूने लगी हैं। सोन, बागमती, कोसी, गंडक, घाघरा, महानंदा और गंगा नदी का लगातार बढ़ता जलस्तर को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। विभाग ने अपने सभी अभियंताओं और पदाधिकारियों को मुस्तैदी बरतने और...
More »बाढ़ में दर्जन भर घर बहे, स्थिति फिर गंभीर
मुजफ्फरपुर/औराई। लगातार बारिश के कारण बागमती के जलस्तर में अचानक हुई वृद्धि से एक बार फिर कई पंचायतों में तबाही मच गई है। बागमती तटबंध के अंदर बसे बभनगावां पश्चिमी, हरणी, जोंकी खुर्द, चहुंटा कश्मीरी टोला, बाड़ा बुजुर्ग, बाड़ा खुर्द, मधुवन प्रताप, राघोपुर, तरवन्ना, जोंकी टोला समेत एक दर्जन गांवों में पानी घुस...
More »मंदी से बचे रहेंगे खेत और किसान
सामाजिक कार्यकर्ता अशोक भगत अपने वैचारिक आधार से ज्यादा गांवों के विकास का आधार तैयार करने के लिए जाने जाते हैं. 1983 में उन्होंने देश के सबसे पिछड़े जिलों में से एक गुमला के बिशुनपुर से विकास भारती नामक संस्था बना कर ग्राम विकास के काम की शुरुआत की. आज इस संस्था की राज्य के हर जिले में उपस्थिति है. विकास भारती का 30 वां साल चल रहा है. लंबी यात्र...
More »जानलेवा बाढ़ का अब तक नहीं हो पाया कोई स्थायी समाधान
पटना. बिहार के 38 में से 28 जिले बाढ़ प्रभावित माने जाते हैं और 68. 80 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को बाढ़ प्रभावित माना जाता है। ऐसे में पूरे वर्ष भर सरकार बाढ़ को रोकने के लिए कवायद में जुटी रहती है। तटबंधों पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं फिर भी यहां बाढ़ की समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो सका है। बिहार में बाढ़ की समस्या काफी पुरानी है। जानकार...
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