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मुद्रास्फीति मार्च में घटी, दलहन व सब्जियां महंगी

नयी दिल्ली, 16 अप्रैल (एजेंसी) प्याज, फल और प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थों के दामों में गिरावट के कारण मार्च के दौरान सकल मुद्रास्फीति 6.89 प्रतिशत रही। हालांकि इस दौरान सब्जियों और दलहन की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। थोकमूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति फरवरी में 6.95 प्रतिशत थी। पिछले साल मार्च में यह 9.68 प्रतिशत थी। आज जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मार्च के दौरान खाद्य मुद्रास्फीति 9.94 प्रतिशत रही। फरवरी में...

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मुद्रास्फ़ीति फ़रवरी महीने में बढ़कर 6.95 फ़ीसद हुई

नयी दिल्लीः खाद्य वस्तुओं विशेष तौर पर सब्जी, अंडा, मांस-मछली, दाल जैसे उत्पादों की कीमत बढ़ने के कारण मुद्रास्फ़ीति फ़रवरी महीने में बढ़कर 6.95 फ़ीसद हो गई. थोकमूल्य सूचकांक डब्ल्यूपीआई के आधार पर आकलित मुद्रास्फ़ीति जनवरी में 6.55 फ़ीसद थी. पिछले वर्ष फ़रवरी महीने में मुद्रास्फ़ीति 9.54 प्रतिशत थी. यहां आज जारी ओधकारिक आंकडे के मुताबिक फ़रवरी में दालों की कीमत 7.91 फ़ीसद चढी जबकि सब्जियों की कीमत 1.52 फ़ीसद बढ़ी. हालांकि...

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जनवरी में मुद्रास्फीति दर रही 7.6 फीसदी

नई दिल्ली। सरकार ने मंगलवार को पहली बार देशव्यापी खुदरा मूल्य सूचकांकों के आधार पर मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी किए। इसके मुताबिक मुद्रास्फीति जनवरी 2012 में 7.65 प्रतिशत रही। गौरतलब है कि जनवरी में जहा खाद्य एवं पेय पदार्थो की औसत कीमत पिछले वर्ष जनवरी की तुलना में 4.11 प्रतिशत बढ़ी वहीं ईंधन और बिजली एवं कपड़ा तथा जूता-चप्पल संबंधित क्षेत्र में मुद्रास्फीति दोहरे अंक में रही। कुल...

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मुद्रास्फीति अभी स्वीकार्य स्तर पर नहीं, और गिरावट होनी चाहिए: प्रणव

नई दिल्ली, 14 फरवरी (एजेंसी) मुद्रास्फीति के जनवरी में 25 महीने के निम्नतम स्तर 6.55 फीसद पर पहुंचने के बीच वित्त मंत्री प्रणव मुखर्र्र्जी ने कहा कि महंगाई दर अभी स्वीकार्य स्तर पर नहीं पहुंची है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इसमें और कमी होगी। मुखर्जी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इसमें :मुद्रास्फीति में: और कमी होनी चाहिए क्योंकि यह अभी भी स्वीकार्य स्तर पर नहीं पहुंची...

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खुदरा खैर करे- सुधीरेंद्र शर्मा(तहलका,हिन्दी)

  रिटेल क्षेत्र में एफडीआई के फैसले को सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है. मगर क्या यह हमारे हर मर्ज की दवा है जैसा कि सरकार हमें समझाती रही है? सुधीरेंद्र शर्मा का आकलन  जाकी रही भावना जैसी एफडीआई देखी तिन तैसी खुदरा कारोबार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) पर छिड़ी राजनीतिक रस्साकशी ने तुलसीदास की इन पंक्तियों को पुनः सार्थक किया है. एकल ब्रांड कारोबार में 51 और मल्टी-ब्रांड कारोबार में 100...

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