जिस रफ्तार से मिट्टी की उर्वरता में ह्रास हो रहा है उसे देखते हुए आने वाले वर्षों में खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य हासिल हो पाएगा इसमें संदेह है। मांग के अनुरूप अन्न पैदावार में बढ़ोतरी की चुनौती तो भविष्य की बात है, कुपोषण की व्यापकता तो हमें कब का घेर चुकी है। यही कारण है कि भरपेट खाने के बावजूद कमजोरी महसूस होती है। परिवार के बुजुर्ग यह शिकायत करते...
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हिमालय नीति की जरूरत--- वीरेंद्र कुमार पैन्यूल
एक हिमालय नीति की जरूरत दशकों से महसूस की जा रही है। पूरे विश्व ने व संयुक्त राष्ट्र ने भी आधिकारिक रूप से यह माना है कि पहाड़ों के विकास की अलग रणनीति और तौर-तरीके होने चाहिए। पूर्व में अंतरराष्ट्रीय पर्वतीय वर्ष भी मनाया गया था। अमेरिका में तो पर्वतीय विकास पर काम करने के लिए अलग से एक अंतरराष्ट्रीय संस्थान है। इसी क्रम में हिमालय के लिए एक अलग...
More »बारिश में जल बचाइए-- रोहित कौशिक
मौसम वैज्ञानिक पहले ही यह घोषणा कर चुके हैं कि देश में अच्छी बारिश होने का अनुमान है। मानसून-पूर्व बारिश से भी यही आसार नजर आ रहे हैं कि इस बार मानसून मजबूत रहेगा। हालांकि कुछ वैज्ञानिकों का अनुमान है कि मानसून बहुत ज्यादा मजबूत नहीं रहेगा। बहरहाल, इस बारिश का पूरा फायदा तभी होगा जब हम जल संरक्षण की कोई गंभीर योजना बनाएंगे। कृषि की बढ़ती जरूरतों, ऊर्जा उपभोग,...
More »बारिश में जल बचाइए-- रोहित कौशिक
मौसम वैज्ञानिक पहले ही यह घोषणा कर चुके हैं कि देश में अच्छी बारिश होने का अनुमान है। मानसून-पूर्व बारिश से भी यही आसार नजर आ रहे हैं कि इस बार मानसून मजबूत रहेगा। हालांकि कुछ वैज्ञानिकों का अनुमान है कि मानसून बहुत ज्यादा मजबूत नहीं रहेगा। बहरहाल, इस बारिश का पूरा फायदा तभी होगा जब हम जल संरक्षण की कोई गंभीर योजना बनाएंगे। कृषि की बढ़ती जरूरतों, ऊर्जा उपभोग,...
More »सिर्फ नारों से नहीं बचेगी पृथ्वी-- रोहित कौशिक
काफी समय से पेरिस जलवायु समझौते की आलोचना कर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आखिरकार अमेरिका को इस समझौते से अलग कर लिया। ट्रंप का कहना है कि इस समझौते से भारत और चीन को अनुचित लाभ मिल रहा है। पेरिस समझौते के तहत दोनों देश अगले कुछ वर्षों में कोयले से संचालित बिजली संयंत्रों को दोगुना कर लेंगे और भारत को अपनी योजनाएं पूरी करने के लिए अच्छी-खासी...
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