'मरते हैं आरजू में मरने की/मौत आती है पर नहीं आती।" 7 मार्च 2011 को अरुणा रामचंद्र शानबाग बनाम यूनियन ऑफ इंडिया और अन्य के मुकदमे का फैसला सुनाते हुए न्यायमूर्ति मार्कंडेय काटजू ने मिर्जा गालिब के इस शे"र को याद किया था। सोमवार को जब अरुणा ने आखिरी सांस ली, तब काटजू ने एक बार फिर यह शे"र दोहराया। इस दर्दनाक कहानी की शुरुआत 26 नवंबर 1973 को होती...
More »SEARCH RESULT
महिला कामगारों की अनसुनी चीख- उपासना बेहार
घरेलू महिला कामगार श्रमिकों का एक ऐसा वर्ग है, जिसका शोषण आज भी जारी है। कहने को भले ही ये कामगार हों, लेकिन इन्हें नौकरानी ही माना जाता है। इनमें से कुछ अनेक घरों में कार्य करती हैं, तो कुछ एक ही घर में सीमित समय के लिए काम करती हैं, जबकि कुछ एक घर में पूर्णकालिक काम करती हैं। इन घरेलू महिला कामगारों के साथ तरह-तरह की क्रूरता, अत्याचार...
More »हिलेरी क्लिंटन ने समान वेतनमान और लैंगिक समानता का आह्वान किया
न्यूयार्क : अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए डेमोक्रैटिक उम्मीदवारी की होड में उतरीं हिलेरी क्लिंटन ने छोटे ऋण के लिए संगठित प्रयास करने वाली भारतीय महिला उद्यमियों का उदाहरण दिया है और दुनियाभर में महिलाओं के लिए समान वेतनमान, यौन हिंसा के खात्मे एवं उन्हें समान अवसर उपलब्ध कराये जाने का आह्वान किया है. क्लिंटन ने कल 'विश्व में महिलाएं' नामक छठे वार्षिक सम्मेलन में वैश्विक दर्शकों से...
More »गुजरात में सबसे ज्यादा होता है लड़कियों को यौन शोषणः रिपोर्ट
महिलाओं के खिलाफ अपराध खासकर यौन शोषण जैसे मामले पूरे देश से सामने आ रहे हैं, लेकिन इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य से गुजरात से जो आंकड़े आए हैं वो काफी चौंकाने वाले हैं। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, देश के सभी राज्यों से ज्यादा गुजरात में लड़कियों का यौन शोषण होता है। 'सेव द चिल्ड्रेन' नाम के एनजीओ की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा गया...
More »अपराध की उम्र और हमारी समझ- कविता कृष्णन
जहां तक महिलाओं के अधिकार का सवाल है, 'सामान्य समझ' अक्सर गलत साबित होती है। इस मामले में हमें लीक से हटकर सोचने की जरूरत है, खास तौर पर बलात्कार के मामले में यह ज्यादा सच है। मोदी मंत्रिमंडल द्वारा किशोर न्याय कानून में संशोधन के प्रस्ताव का उदाहरण लें, जिसमें 16 से 18 वर्ष के किशोरों के खिलाफ मामला वयस्कों की अदालत में चलाए जाने और संगीन अपराधों में...
More »