SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 956

किसान-उपभोक्ता के बीच उलझी कृषि- डा भरत झुनझुनवाला

बताया गया था कि डब्ल्यूटीओ संधि के लागू होने पर कृषि निर्यात बढ़ेंगे और किसानों के लिए नये मौके खुलेंगे. लेकिन आयातों से किसान घरेलू बाजारों से भी वंचित हो रहे हैं. इसलिए डब्ल्यूटीओ संधि नहीं, बल्कि सरकार की कृषि नीति जिम्मेवार है. आगामी चुनाव में किसानों का वोट हासिल करने को पार्टियों में होड़ लगी हुई है. किसानों को ऋण एवं अन्य सुविधाएं देने का वायदा किया जा रहा है....

More »

चीन के बाजारों में भारत की ब्लैक टी की धूम

बीजिंग : भारत का कट्टर दुश्मन माना जानेवाला चीन यहां की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने के लिए सस्ता सामान बना कर बाजार को लगातार कमजोर करता आ रहा है. भारत ने भी अब नहले पे दहला मारने जैसा चीन के बाजार में भारतीय वस्तुओं की पैठ बनाना शुरू कर दिया है. पहले भारत के उद्यमियों ने चीन में कारखाना खोल कर वहां की श्रमशक्ति का इस्तेमाल कर भारत को सस्ता माल देने का...

More »

विकास में केंद्रीय सहायता जरूरी- सतीशचंद्र झा

राज्य का विकास कैसे हो, यह वहां की सरकार की प्रतिबद्धता से जुड़ा होता है. बिहार विकास के मामले में देश के अन्य राज्यों से पीछे है. लेकिन पिछले कुछ वर्षो से इसमें बदलाव आया है. बिहार और झारखंड को विकास के लिए विशेष दरजा दिया जाना चाहिए. बिहार सरकार की यह मांग जायज भी है, क्योंकि झारखंड अलग होने के बाद बिहार में संसाधन नहीं के बराबर रह गये. इसके...

More »

हाइब्रिड बीज से गेहूं की जगह उग आई 'खतरनाक' घास

कोटद्वार में गेहूं की बंपर पैदावार की चाहत में हाइब्रिड बीज बोने के बाद फसल पर नजरें गड़ाए बैठे सैकड़ों किसानों की आंखें उस समय फटी की फटी रह गईं जब उन्हें अपने खेतों में गेहूं की कुछ और दिखाई दिया। किसानों ने गौर से देखा तो पाया कि गेहूं तो कम जमे हैं पर एक नई तरह की घास ज्यादा उगी है, जिसे पहली बार ही देखा भी। इस घास...

More »

जैविक खेती के प्रति बढ़ा रुझान अब सर्टिफिकेशन का इंतजार

रांची से तकरीबन 40 किमी दूर कुच्चू पंचायत के डिमरा गांव के सोहराय बेदिया इस बार 10 एकड़ जमीन पर सेम की खेती कर रहे हैं. उनके खेतों में सेम की लताएं फलियों से भरी हैं. यह अपने आप में अजीब नजारा है कि जब उनके आसपास के तमाम खेत परती पड़े हैं, पानी के अभाव में कोई किसान खेती करने के लिए तैयार नहीं है. उनके खेत लहलहा रहे हैं. वे...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close