नई दिल्ली [आशुतोष झा]। बिहार के विकास के मखमली दावों पर त्वरित सिंचाई कार्यक्रम ने टाट का पैबंद लगा दिया है। कई दूसरे क्षेत्रों में हो रहे विकास से सहमत केंद्र सरकार को राज्य में त्वरित सिंचाई की धीमी गति ने निराश कर दिया है। चार साल के लक्ष्य के साथ शुरू होने वाले कार्यक्रम दशकों से पूरे नहीं हो सके हैं। राज्य सरकार इस मद में उपलब्ध 1265 करोड़ रुपए के मुकाबले सिर्फ 165 करोड़...
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ग्रामीणों ने श्रमदान से बनाया बांध
रायपुर. समूह में शक्ति होती है यह बात साबित कर वनांचल ग्राम बासीन के ग्रामीणों ने, जिन्होंने ताबड़तोड़ सपरिवार श्रमदान करके बांध बना डाला। आज यही बांध उनके निस्तारी के काम भी आ रहा है सब्जी की बाड़ियों को सींच भी रहा है। जिला मुख्यालय कोरबा से लगभग 50 किमी दूर स्थित है बासीन। गांव के किनारे दवन नाला बहता है। यहां के 23 राठिया परिवारों ने वर्ष 2006 में इस नाले को बांधना शुरू किया। तीन...
More »नरेगा में जारी पैसों को राज्य सरकार भुनाने में जुटी
भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार केंद्र के पैसे से वाहवाही लूटने में जुटी है। जी हां, शिवराज सरकार कपिलधारा योजना का पूरा पैसा नरेगा के खाते से वसूल कर रही है और उसे अपनी सरकार का अनुदान करार दे रही है। ये गड़बड़झाला केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की पकड़ में आ गया है और अब वो इस योजना पर गाज गिराने की तैयारी में है। मध्यप्रदेश में सिंचाई के लिए चल रही कपिलधारा...
More »उत्तर प्रदेश और बिहार को केंद्रीय मदद से परहेज
नई दिल्ली: [सुरेंद्र प्रसाद सिंह], उत्तर प्रदेश और बिहार में घूम-घूम कर कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी अगर वहां की राज्य सरकारों पर केंद्र के धन का ठीक से उपयोग न करने का आरोप लगा रहे हैं तो वह पूरी तरह से गलत भी नहीं है। सिंचाई परियोजनाओं के लिए केंद्र से वित्तीय मदद लेने में दोनों राज्यों ने परहेज ही रखा है। पिछले कुछ सालों में इन राज्यों में नई सिंचाई परियोजनाओं का शुरू होना तो...
More »हरियाणा में अमेरिका व चीन की कपास जंग
पानीपत। हरियाणा के किसानों का विश्वास जीतने के लिए अमेरिका व चीन की बीटी काटन बीज कंपनियों के बीच जंग शुरू हो गई है। अमेरिकी बीज कंपनियां पिछले पांच साल से कपास उत्पादक किसानों के बीच हैं, जबकि चीनी कंपनी ने राज्य में पिछले साल अपना आधार बबनाते हुए इस साल पहली बार जोरदार ढंग से दस्तक दी है। कृषि विभाग ने सात से 25 मई के बीच बीटी काटन की बिजाई करने...
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