बढ़ती आबादी, औद्योगिकीकरण व अन्य कारणों से घटती जमीन, आर्थिक विकास और अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों के कारण भारतीय कृषि भारी दबाव में है। यह सच है कि देश की अर्थव्यवस्था का आधार कृषि है। देश की 52 प्रतिशत श्रमशक्ति कृषि तथा इससे जुड़े क्षेत्रों से ही अपना जीविकोपार्जन कर रही है। फिर भी संकट का अंदाजा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि राष्ट्र के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में...
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महंगी चिकित्सा और मरते गरीब-- भगवती प्रसाद डोभाल
आज के दौर में अलग-अलग रोगों के लिए निजी अस्पतालों की पूरे देश में बाढ़-सी आ गई, पर इनमें इलाज कितना अच्छा हो रहा है, उसकी पड़ताल आवश्यक है। यह भी देखने में आया है कि इन अस्पतालों में इलाज कराना आम जनता के बस की बात नहीं है। दूसरी ओर, सरकारी अस्पतालों की दिनोंदिन खस्ता होती हालत से इलाज के अभाव में गरीब जल्द ही इस दुनिया से विदा...
More »आस्ट्रेलिया की दूध प्रसंस्करण कंपनियों की नजर भारत पर
मेलबर्न। आस्ट्रेलिया की दूध प्रसंस्करण करने वाली कंपनियों की नजर भारतीय बाजार पर है जहा इस समय सालाना 30 लाख टन दूध की कमी हो रही है। भारत के राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड ने अनुमान लगाया है कि 2020 के अंत तक देश में 18 से 20 करोड़ टन दूध की जरूरत होगी। 'द एज' में छपी रिपोर्ट के मुताबिक आस्ट्रेलियाई बड़ी दूध प्रसंस्करण कंपनी फोनटेरा पहले से ही वहा...
More »मिल गई भारत में यूरेनियम की दुनिया की सबसे बड़ी खान
नई दिल्लीः बिजली की कमी से जूझते भारतीयों के लिए बड़ी खबर। आन्ध्र प्रदेश में यूरेनियम का विशाल भंडार मिला है जिसके बारे में कहा जा रहा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा भंडार है। एटमिक एनर्जी डिपार्टमेंट के सचिव श्रीकुमार बनर्जी ने बताया कि आन्ध्र प्रदेश के तमलापल्ली में 49,000 टन यूरेनियम होने का पता चला है। कहा जा रहा है कि यहां इसका तीनगुना बड़ा भंडार है। सचिव...
More »तली पर तालीम- अनुपमा(तहलका)
झारखंड में पिछले कुछ दिनों से शिक्षा पर बात हो रही है. आंदोलन हो रहे हैं. प्रदर्शन हो रहे हैं. इंटर का परीक्षा परिणाम आने के बाद बवाल मचा हुआ है. लेकिन यह सब आश्चर्य की बात नहीं. झारखंड में पिछले दस साल में शिक्षा की जो गति रही है उसकी परिणति ऐसी ही दुर्गति के रूप में होनी थी. अनुपमा की रिपोर्ट जिस राज्य में एक निर्दलीय विधायक मुख्यमंत्री बन...
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