धूमिल (9 नवंबर 1936-10 फरवरी 1975) ने लिखा था, 'भूख से रियाती हुई फैली हथेली का नाम दया है, और भूख में तनी मुट्ठी का नाम नक्सलबाड़ी है' (नक्सलबाड़ी कविता, संसद से सड़क तक, 1972 में संकलित). बाद में नागार्जुन ने अपनी एक कविता में यह सवाल किया, 'भुक्खड़ के हाथों में यह बंदूक कहां से आई?' भारतीय राजनीति पर फरवरी 1967 के लोकसभा चुनाव का रैडिकल प्रभाव पड़ा. पश्चिम...
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बिहार इंटर रिजल्ट : परीक्षार्थियों की अंगरेजी के साथ हिंदी भी खराब
पटना : किसी भी राज्य की पहचान वहां की भाषा होती है. इस बार आये इंटर रिजल्ट को देखें तो बिहार के छात्रों की भाषा ही गड़बड़ है. अब हम बात अंगरेजी की करें या हिंदी या फिर किसी भी क्षेत्रीय भाषा की, तमाम भाषा में बिहार के छात्र पिछड़ गये हैं. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इंटर का रिजल्ट कुछ ऐसा ही बयान कर रहा है. समिति की मानें...
More »महिला सुरक्षा की चुनौतियां-- शैलेन्द्र चौहान
देश को हिला देने वाले 16 दिसंबर 2012 के दिल्ली गैंगरेप मामले में दोषियों की अपील पर फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले पर मुहर लगाते हुए फांसी की सजा को बरकरार रखा है। इस गैंगरेप के चार दोषियों को साकेत की फास्ट ट्रैक कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी, जिस पर 14 मार्च 2014 को दिल्ली हाईकोर्ट ने भी मुहर लगा दी। दोषियों की अपील...
More »लालू यादव को SC से झटका, जानें क्या है 950 करोड़ का चारा घोटाला
मल्टीमीडिया डेस्क। चारा घोटाला एक बार फिर से बिहार की राजनीति में फन फैलाए खड़ा है। इसकी वजह सोमवार को सुप्रीम कोर्ट का वह आदेश है जिसमें कोर्ट ने सीबीआई की उस दलील को माना है जिसमें निचली अदालत द्वारा कुछ धाराओं को हटाने का आदेश दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में साफ कर दिया है कि लालू यादव पर पूर्व में लगी सभी धाराओं पर अलग-अलग मुकदमा...
More »माओवादियों ने 20 साल में 12,000 लोगों को उतारा मौत के घाट
नयी दिल्ली : गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को वामपंथी उग्रवाद की स्थिति की समीक्षा के दौरान कहा कि माओवादियों ने बीते 20 बरसों के दौरान देश के करीब 12,000 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है. उन्होंने कहा कि वामपंथी कट्टरपंथ से लड़ने का बुनियादी नियम यही है कि उनकी वित्तीय संसाधनों तक की पहुंच को रोक दिया जाये. समीक्षा में केंद्रीय गृहमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि...
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