SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 124

जल सत्‍याग्रहियों से हम बातचीत के लिए तैयार : मुख्‍यमंत्री

मूंदी ,खंडवा। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि वे ओंकारेश्‍वर बांध परियोजना के संबंध में जल सत्‍याग्रह कर रहे लोगाें से बातचीत के लिए तैयार हैं। श्री चौहान शुक्रवार को पुनासा विकासखंड के ग्राम चांदेल में शुक्रवार को 418.50 करोड़ की लागत से निर्मित पुनासा उद्वहन सिंचाई परियोजना का शुभारंभ कर रहे थे। श्री चौहान ने लोकार्पण कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद वृहद जल जनपंचायत को भी संबोधित किया। यह...

More »

सूखे की मार : छत्तीसगढ़ में पानी तो है लेकिन कद्रदान नहीं

रायपुर(ब्यूरो)। छत्तीसगढ़ पानी की उपलब्धता के मामले में सौभाग्यशाली प्रदेश रहा है। मुख्य रूप से छह मुख्य नदियां अपनी सहायक नदियों और नालों के सहयोग से प्रदेश का पूरा क्षेत्रफल कवर करती हैं। प्रदेश की औसत बारिश भी करीब 1400 मिमी है। इस बारिश के पानी को रोकने के लिए प्रदेश के 20 हजार से अधिक गांवों में 54 हजार से अधिक तालाब हैं, इसके बावजूद कई बार प्रदेश के...

More »

1500 गांवों को मिलेगा पानी

इंदौर। प्रदेश की जीवनरेखा नर्मदा अब गंभीर नदी में प्रवाहमान होकर मालवा के पठार को तर करेगी। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का जमीनी काम चार माह बाद शुरू होगा। इसके लिए सरकार ने दो दिन पहले 2157 करोड़ रुपए का टेंडर जारी किया है। नर्मदा-गंभीर मिलन से इंदौर को भी फायदा होगा। इससे यशवंत सागर तालाब सालभर लबालब रहेगा। बड़वाह की मुख्य नहर से नर्मदा जल गंभीर नदी के उद्गम स्थल अंबाचंदन...

More »

नर्मदा को प्रदूषण से बचाने का पहला प्रयोग सफल

जबलपुर। नर्मदा को प्रदूषण से बचाना इतना मुश्किल नहीं, जितना हम सोच रहे। जरा सी मेहनत ने बीते कुछ माह में नर्मदा को प्रदूषण से बचाने वाले नतीजे सामने ला दिए। खंदारी नाले पर तैयार साधारण से दिखने वाले फिल्टर प्लांट (इनसिटू ट्रीटमेंट प्लांट) ने वो कर दिखाया, जिसके बारे में हम सोच नहीं सकते। फिल्टर प्लांट लगने के बाद प्रदूषण बोर्ड के वैज्ञानिकों को नर्मदा के पानी में प्रदूषण की...

More »

गंगा योजना बनाम विकास नीति - कृष्णदत्त पालीवाल

महाकवि कालिदास की एक प्रसिद्ध उक्ति ध्यान में आती रहती है कि संदेह के अवसरों पर अंत:करण की आवाज को प्रमाण मानना चाहिए। ठीक बात है। लेकिन आत्म-बोध, ज्ञान-बोध दोनों के बीच संदेह झूल रहा है। यह संदेह संस्कृति रूपी चित्त की खेती को बर्बाद करने का जाल बिछा रहा है। विश्वास का अंत कर रहा है और संशय का हुदहुद सभी को ढहाए दे रहा है। भारतीय जन-मानस की...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close