पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (27 मई) को सहारनपुर में हुई अपनी रैली के दौरान कहा था कि उनकी सरकार आने के बाद गन्ना किसानों का बकाया पैसा मिलने लगा है। साथ ही उन्होंने बताया था कि उनकी सरकार आने से पहले बकाया राशि अगर 14,000 करोड़ थी, तो वह अब 700 से 800 करोड़ रह गई है जिसे वह वक्त रहते दिलवाने की कोशिश करेंगे। इस पैसे को जल्द...
More »SEARCH RESULT
बैंकरप्सी बिल : द इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड लोकसभा में पारित
किसी कारोबारी द्वारा बैंकों का कर्ज चुकता न किये जाने से न सिर्फ बैंकों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था भी कमजोर होती है. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के नुकसान की भरपाई अंततः सरकारी खजाने से करनी पड़ती है. यह खजाना देश की सामूहिक आय, नागरिकों द्वारा दिये गये कर और बचत की राशि से बनता है. इसका मतलब यह है कि...
More »सूखाग्रस्त राज्यों में कितने ग्रामीण परिवारों को मिला है मनरेगा का रोजगार ?
रोजी रोटी अधिकार अभियान ने मनरेगा से संबंधित सरकारी आकलनों के हवाले से कहा है कि सूखे की मार झेल रहे राज्यों में केवल 7 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों को मनरेगा के अंतर्गत 100 दिन से ज्यादा का रोजगार मिला है. गौरतलब है कि सूखाग्रस्त राज्यों को राहत देने के मुद्दे पर दायर स्वराज अभियान की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पूछा है कि क्या सरकार मनरेगा के तहत 100 दिन प्रतिवर्ष...
More »कंपनी पर 223 करोड़ का कर्जा, वंदना एनर्जी की संपत्ति जब्त
कोरबा (निप्र)। पिछले चार साल से बन कर तैयार वंदना एनर्जी की 35 मेगावाट संयंत्र की संपत्ति आखिरकार बैंकों ने जब्त कर ली। कंपनी पर 223.71 करोड़ का कर्जा था, किश्त की राशि नहीं पटाई जा रही थी। इसकी वजह से ब्याज भी लगातार बढ़ रहा था। लगातार नोटिस दिए जाने के बाद भी किश्त की राशि नहीं पटाई गई। अंततः संयुक्त रूप से तीन बैंकों ने संयंत्र की जमीन,...
More »सरकार! बीमार पड़े हैं आपके अस्पताल....
शशिकांत तिवारी, भोपाल। तंगहाली ने बीते दो माह से सरकारी अस्पतालों की सेहत बिगाड़ी दी है। हालात यह हैं कि राजधानी के हमीदिया जैसे बड़े अस्पताल में जीवनरक्षक उपकरणों में सबसे अहम वेंटीलेटर खराब पड़े हैं। अस्पताल प्रबंधन के पास उन्हें सुधारवाने के लिए पैसा नहीं है। बीते एक सप्ताह से हृदयरोगियों की एंजियोग्राफी भी नहीं हो पा रही है, क्योंकि कैथेटर और डाई खरीदने के लिए पैसे नहीं है। मरीजों...
More »