बढ़ते आयात बिल में कमी करने के लिए देश में दलहन और तिलहनों की पैदावार बढ़ाना जरूरी है। सालाना घरेलू आवश्यकता की पूर्ति के लिए हमें करीब 50 फीसदी खाद्य तेलों का आयात करना पड़ता है जबकि देश में हर साल 30 से 35 लाख टन दालों का आयात होता है। घरेलू बीज कंपनियों के...
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क्रोनी पूंजीवाद और विकास- भरत झुनझुनवाला
राजतंत्र, सामंतवाद व कम्युनिज्म की तुलना में पूंजीवाद ने दुनिया में बहुत अधिक समृद्धि लायी है. पूंजीवाद की यह सफलता खुले बाजार में प्रतिस्पर्धा से हासिल हुई है. बाजार में हर व्यक्ति को प्रयोग करने, नये माल बनाने एवं नयी तकनीक के उपयोग की छूट होती है. जैसे पूंजीवाद में छूट है कि कोई किसान हाइब्रिड बीज से फसल उगाये या देशी बीज से. एक किसान सफल हुआ, तो दूसरे...
More »छोटे किसानों में बढ़ाया जाएगा मशीनों का चलन
नई दिल्ली [सुरेंद्र प्रसाद सिंह]। दूसरी हरित क्रांति को सफल बनाने के लिए फसलों की उत्पादकता बढ़ाना और उत्पाद को खेत से खलिहान तक सुरक्षित पहुंचाना जरूरी हो गया है। इस सिलसिले में सरकार खेती में मशीनों के उपयोग को बढ़ावा देने पर विचार कर रही है। इसके लिए एक मिशन शुरू करने की तैयारी है। इसमें छोटी जोत वाले किसानों को स्वयं सहायता समूहों के जरिये खेती में मशीनों का...
More »सरना धान की जगह लेगा ‘करमा मासूरी’- चंद्रकुमार दुबे
बिलासपुर। प्रदेश में सरना धान की जगह जल्द ही ‘करमा मासूरी’ लेगा। कृषि वैज्ञानिकों ने इसे नई प्रजाति के रूप में तैयार किया है। यह कम पानी और कम समय में अधिक उत्पादन देने वाला धान है। इसकी कीटनाशक प्रतिरोधक क्षमता भी अधिक है। मुंगेली में इसका सफल प्रयोग किया जा चुका है। छत्तीसगढ़ में सबसे...
More »पवार ने की जीएम फसलों की वकालत
नई दिल्ली। पैदावार बढ़ाने के लिए कृषि मंत्री शरद पवार ने फिर जेनेटिकली मॉडिफाइड [जीएम] फसलों को अपनाने की जोरदार वकालत की है। संसदीय समिति की सिफारिशों के उलट पवार ने सरकार से गुहार लगाई है कि गलत आशंकाओं के प्रभाव में न आकर जीएम फसलों जैसी वैज्ञानिकों द्वारा प्रमाणित तकनीक को आगे बढ़ाया जाए। पवार ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में बिना लाग लपेट के कहा कि मौजूदा कृषि...
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