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सुधार का कोई रास्ता नहीं दिखता ।। संजय मिश्र की प्रस्तुति ।।

- झारखंड के बाद बिहार से पंचायतनामा प्रकाशन की तैयारियों के सिलसिले में जिलों से लेकर ब्लॉक और पंचायत तक की यात्रा पर निकला. इस दौरान बीडीओ-सीओ से लेकर डीएम-एसपी से मुलाकात हुई. मुलाकातों में चर्चा व सवाल का केंद्र था—आखिर लोकल गवर्नेस में सुधार कैसे हो सकता है और इस सुधार में पंचायती राज की क्या भूमिका है और क्या हो सकती है? अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों ने इस आग्रह के साथ...

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डॉक्टरों ने खुद पैसा जुटाया, ऑपरेशन किया और जीत लिया ‘दिल’

भोपाल। हमीदिया अस्पताल में हृदय रोग से पीड़ित एक मरीज की जान बचाने के लिए डॉक्टरों ने आपस में रकम जुटाकर उसका ऑपरेशन किया। मरीज के हार्ट का वॉल्व और एओर्टा खराब था। मई में सीने में उठे दर्द के बाद वह इलाज कराने यहां आया था। हमीदिया के डॉक्टरों ने चंदा कर जिंदगी की आखिरी सांसें गिन रहे 49 वर्षीय हृदय रोगी का एओर्टा बदलकर मिसाल पेश की है। मरीज...

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HIV+ लड़की के मुंह से आ रहा खून, पर नहीं मिल रहा इलाज

रोहतक. हाईकोर्ट के सख्त आदेशों के बावजूद 'अपना घर' की बीमार व लाचार लड़कियों को पीजीआई प्रशासन उपचार के नाम पर केवल तारीख पर तारीख दे रहा है। सोमवार को भिवानी से रोहतक लाई गई लड़कियों को एक बार फिर जांच के बाद वापस भिवानी भेज दिया गया। तर्क दिया कि अब पुलिस ही लड़कियों को लेकर आए, तभी उपचार शुरू होगा। इससे पहले सोमवार सुबह करीब नौ बजे एचआईवी पीड़ित व...

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कृपा बरसाने वाला मुख्यमंत्री राहत कोष खाली- पवन कुमार की रिपोर्ट

रांची। मुख्यमंत्री राहत कोष से फिलहाल किसी भी जरूरतमंद को मदद नहीं मिलेगी। कोष में एक रुपया भी नहीं होने के कारण सरकार ने हाथ खड़े कर दिए हैं। लोगों और संस्थाओं द्वारा दान न देने से कोष खाली हुआ है। मदद के लिए सरकार के पास एक दर्जन लोगों के आवेदन लंबित हैं। मुख्य सचिव एसके चौधरी ने राज्य के आला अधिकारियों को पत्र लिख कोष के लिए सार्थक...

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कड़वे बादाम : दिल्ली के बादाम उद्योग में मज़दूरों का शोषण

  उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दूर-दराज़ कोने में बसी हुई, शोर-ग़ुल और चहल-पहल भरी करावलनगर की बस्ती, अनौपचारिक क्षेत्र के उद्यमों का एक उभरता हुआ केन्द्र है, जहाँ बड़ी संख्या में प्रवासी मज़दूर और उनके परिवारों को रोज़गार मिलता है। ये उद्यम किसी भी मानक से छोटे नहीं है। वैश्विक सम्‍बन्‍धों की जटिल श्रृंखला में बँधे ये उद्यम, सालभर चालू रहते हैं और हज़ारों मज़दूरों के रोज़गार का स्रोत हैं। कई करोड़...

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