जमुई जिले के इस गांव में जब कोई गंभीर रूप से बीमार पड़ जाता है, तो उसे अस्पताल ले जाने में लोगों की सांस अटक जाती है। इलाज के अभाव में कई लोग असमय दम तोड़ देते हैं। यह गांव है जिला मुख्यालय से महज तीन किलोमीटर दूर पर बसा लठाने नीचली टोला। पीड़ा यह कि गांव तक जाने के लिए पक्की सड़क तो छोड़िये, कच्ची सड़क भी नहीं है।...
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7000 की आबादी का गांव तीन दिन से नर्मदा के पानी से कैद
अम्बुज माहेश्वरी, रायसेन। रायसेन जिले में सबसे अधिक आबादी वाला गांव भारकच्छ कलां बीते तीन दिनों से नर्मदा नदी में बढे जल स्तर के कारण पानी में कैद है। जिले के इस सबसे बड़े गांव से बाहर निकलने के सभी रास्ते बंद है और लोग नर्मदा नदी में अब भी बढ़ रहे जल स्तर से चिंतित है। गांव से लगी नर्मदा उफान पर आती जा रही है और इससे बकतरा, बरेली,...
More »सरकारी पोटली खुलते ही बढ़ने लगा दलहन का रकबा
सुरेंद्र प्रसाद सिंह, नई दिल्ली दलहन फसलों के लिए सरकार ने समर्थन मूल्य की पोटली खोली तो किसानों ने भी दिल खोलकर दालों की खेती करनी शुरू कर दी है। खरीफ बुवाई का ताजा आंकड़ा तो कुछ यही बयां कर रहा है। किसानों का कहना है कि दलहन की आपूर्ति बढ़ाने के लिए सरकार घरेलू किसानों पर भरोसा करे तो उसे विलायती दाल मंगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। दलहन फसलों की...
More »अब गायों को भी ‘आधार कार्ड’ जारी करने पर विचार कर रही मोदी सरकार
मोदी सरकार अब गायों को भी आधार कार्ड जारी करने के लिए विचार कर रही है। अब स्वदेशी नस्ल की हर एक गाय को आधार कार्ड की तरह एक विशेष टैग मिलेगा। इसमें उनका एक नंबर होगा। टैग में गाय की नस्ल से लेकर उसके बारे में हर एक जानकारी मौजूद होगी। पशुपालन विभाग बड़े स्तर पर एक प्रोग्राम शुरू करके इन योजना का साकार रूप देने पर काम करेगा।...
More »माल देशी, मालिकाना विदेशी --- अनिल रघुराज
इकलौते तथ्य से सत्य नहीं निकल सकता. लेकिन अनेक तथ्यों को साथ मिला कर सत्य की समग्र तसवीर बनायी जा सकती है. मसला है देश के व्यापक आर्थिक विकास और रोजगार सृजन का. यह मसला केंद्र या राज्य सरकारों के लिए ही नहीं, देश के हर अमीर-गरीब, स्त्री-पुरुष या बच्चे, बूढ़े व नौजवान के लिए बेहद अहम है. आर्थिक विकास और रोजगार सृजन के इस मसले को सुलझाने के चार...
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