रोजमर्रा के सामान बेचने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी वालमार्ट ने खुदरा बहु-ब्रांड क्षेत्र में 51 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की अनुमति के भारत के फैसले को महत्वपूर्ण कदम बताया है। कंपनी ने कहा है कि वह भारत में कारोबार करने की अपनी क्षमता का आकलन करने के लिये रिपोर्ट का विस्तार से अध्ययन करेगी। वालमार्ट ने कहा कि हम भारत सरकार के शुक्रगुजार हैं जिसने देश की अर्थव्यवस्था...
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रीटेल में एफडीआई पर संसद में हंगामा, सोमवार तक स्थगित
रीटेल सेक्टर में केद्र सरकार के द्वारा 51 फीसदी एफडीआई की मंजूरी के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ। गठबंधन सरकार की हिस्सा तृणमूल कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर बहस की मांग की। भारी हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। बाद में जब दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू हुई तब भी हंगामा न थमता देख संसद के दोनों...
More »तृणमूल रिटेल क्षेत्र में एफडीआई संबंधी फैसले को रोकेः माकपा
माकपा ने गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस से कहा कि अगर वह सही में कुछ करना चाहती है तो पश्चिम बंगाल में रिटेल क्षेत्र को विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के लिये खोलने से रोके। माकपा के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि अगर वे इसका विरोध कर रहे हैं तो उन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिये और कैबिनेट में इसका विरोध करना चाहिये। वे ये नहीं कह सकते कि हम कैबिनेट में अल्पमत में...
More »रुपया गिरेगा, बेकाबू महंगाई से बढ़ेंगे इन चीजों के दाम- संतोष त्रिवेदी
रुपए की कीमत में गिरावट का सिलसिला जारी है। मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रूपया सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। डॉलर के मुकाबले रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में 35 पैसे लुढ़ककर अपने अब तक के सबसे निचले स्तर 52.50 प्रति डॉलर पर आ गया। अगर रुपए गिरने का दौरा यूं ही जारी रहा तो आने वाले दिनों में महंगाई बेकाबू हो जाएगी। 54 के पार पहुंचेगा रुपया जानकारों का कहना...
More »महंगाई के पीछे गलत नीतियां- सी पी राय
समूचा देश आज महंगाई की समस्या से परेशान है। लेकिन सारी महंगाई अंतरराष्ट्रीय कारणों से नहीं है, जैसा कि सरकारी पक्ष बताता आ रहा है। साफ है कि 120 करोड़ से ज्यादा की आबादी वाला यह देश सेंसेक्स और कुछेक लोगों को समृद्ध करने वाली नीतियों से नहीं चल सकता। कुछ तो है, जिसे हमारे तथाकथित अर्थशास्त्री नहीं समझ पा रहे हैं या नहीं समझने का नाटक कर रहे हैं या...
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