पिछले साल के अंतिम दिनों की बात है। दो युवकों ने तय किया कि वे अपने जीवन का एक माह उतने पैसों में बिताएंगे, जो एक औसत गरीब भारतीय की मासिक आय है। उनमें से एक युवक हरियाणा के एक पुलिस अधिकारी का बेटा है। उसने पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की है और अमेरिका और सिंगापुर में बैंकर के रूप में काम कर चुका है। दूसरा युवक अपने माता-पिता के साथ...
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मनरेगा 2.0 का शुभारंभ- नए दिशा-निर्देश
देश की सरकार ने मिहिर शाह समिति की सिफारिशों पर आधारित महात्मा गांधी नरेगा(एमजीएनएआरजीईए) से संबंधित नए दिशा-निर्देशों को औपचारिक रुप से लागू कर दिया है। नए दिशा-निर्देशों में संरक्षण-गतिविधियों के अन्तर्गत कई नए कामों को शामिल किया गया है, साथ ही ग्राम-पंचायत और ग्राम-सभा के हाथ मजबूत करने के प्रयास किए गए हैं। बहरहाल, जिन नए कामों को दिशा-निर्देश के अनुरुप शामिल किया गया है उसमें धान के सघनीकरण से जुड़ी गतिविधि (एसआरआई) शामिल नहीं...
More »रेलवे ने अब तक अधिग्रहित भूमि के मालिकों को क्यों नहीं दी नौकरी
पटना। भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने गुरुवार को रेल मंत्री मुकुल राय से नई दिल्ली के रेल भवन में मुलाकात की। रूडी ने रेल मंत्री को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें सारण जिला स्थित रेल चक्का कारखाना के लिए अधिग्रहित की गई जमीन के मालिकों को अब तक सरकारी नौकरी नहीं मिलने की बात कही गई है। रूडी ने कहा कि सारण जिले के दरियापुर प्रखंड के लगभग...
More »विषाक्त सत्तू खाने से 10 मजदूरों की मौत, 4 बीमार
जहानाबाद/पटना| बिहार के जहानाबाद के राजा बजार स्थित एक निर्माणाधीन मकान में काम कर रहे 10 मजदूरों की सोमवार की देर रात विषाक्त सत्तू खाने से मौत हो गई जबकि तीन लोग अब भी बीमार बताए जा रहे हैं। इधर, सरकार ने मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव ब्यासजी ने मंगलवार को बताया कि सरकार ने मृतकों के आश्रितों को...
More »गरीबी, खाद्य सुरक्षा और कैश ट्रांसफर- रितिका खेड़ा
कुछ महीने पहले योजना आयोग की गरीबी रेखा पर काफी चर्चा हुई हैं. उच्चतम न्यायलय में दायर हलफनामे में योजना आयोग ने कहा कि 2011 की सरकार की गरीबी रेखा- ग्रामीण क्षेत्रों में 26 रुपए और शहरी क्षेत्रों में 32 रुपए- जीवनयापन यानी खाना, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त है. आज से पहले किसी भी सरकार ने यह दावा नहीं किया कि गरीबी रेखा जीवन बिताने के लिए पर्याप्त...
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