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वे जो आत्महत्या करते हैं..!

गैर-शादीशुदा लोगों में आत्महत्या की प्रवृति विवाहितों की तुलना में ज्यादा होती है - प्रसिद्ध किताब ‘स्यूसाइड’ में एमिल दुर्खाईम का एक निष्कर्ष यह भी था। आत्महत्या का आधार सामाजिक स्थितियों में देखने वाले दुर्खाइम के इस कथन से उनके हमवतन अल्बेयर कामू शायद ही सहमत हों। कामू आत्महत्या को एक “अबूझ दार्शनिक पहेली ” मानते थे। लेकिन बात नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के एक्सीडेंटल डेथ्स एंड स्यूसाइड इन इंडिया नामक...

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खरगोन जिले में पोहे खाने के बाद आश्रम के 18 बच्चे बीमार

खरगोन। जिला मुख्यालय से 23 किमी दूर सरवरदेवला की शासकीय शाला सह बालक आश्रम में गुरुवार की सुबह नाश्ते में पोहे खाने के बाद 18 बच्चों सहित रसोइन की तबीयत बिगड़ गई। चक्कर व उल्टी की शिकायत के बाद 12 से 15 वर्ष आयु के इन बच्चों व रसोइन गजरी बालसिंग (40) को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मांडवखेड़ा ले जाया गया। छात्र राजेश विक्रम, किशन पंखा, अनिल महेन्द्र आदि ने बताया कि...

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एक गांव जहां लड़कों से दोगुनी लड़कियां

वर्ष 2011 की जनगणना में हरियाणा में छह वर्ष तक के बच्चों के लिंगानुपात का जो आंकड़ा सामने आया वह चिंता में डालने वाला था. 1000 लड़कों पर महज 834 लड़कियां थीं. राज्य में यह स्थिति पिछले कई दशकों से है. लेकिन, कुछ गांवों से ऐसी खबरें आयी हैं जो हालात बदलने की उम्मीद पैदा करती हैं. लिंग अनुपात के मामले में देश में सबसे बुरी स्थिति हरियाणा की है. यहां...

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किशोर न्याय की हो संवेदनशील परख - प्रमोद भार्गव

केंद्रीय कैबिनेट द्वारा मंजूर किए गए जुवेनाइल जस्टिस एक्ट संशोधन विधेयक के जरिए अब किशोर अपराधियों की वयस्क होने की उम्र 18 वर्ष से घटाकर 16 कर दी गई है। यानी अब उन पर जघन्य अपराधों के मामले में वयस्क अपराधियों की तरह भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज होगा। लेकिन मुकदमा चलाने का अंतिम फैसला किशोर न्याय मंडल ही (जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड) लेगा। हालांकि इसके...

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अाज भी स्कूल जाने के लिए पीतल के बर्तन के सहारे नदी पार करते हैं बच्चे

छोटा उदयपुर. गुजरात की राजधानी अहमदाबाद से 80 किमी दूर स्थित छोटा उदयपुर जिले के सज्जनपुरा गांव के बच्चे आज भी स्कूल जाने के लिए हिरन नदी को कुछ इस तरह पार करते हैं। छात्र-छात्राओं के लिए पीतल का बर्तन ही एकमात्र सहारा होता है। वे इसमें अपने कपड़े, बैग आदि बर्तन में रखते हैं, ताकि ये सब भीगने से बच जाएं। नदी पार करने के बाद लड़के तो अपना ड्रेस...

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