रायपुर। छत्तीसगढ के बीजापुर में माओवादियों ने 12 दिन पहले अगवा किए गए चार जवानों को रिहा कर दिया है। रिहा पुलिसकर्मी दंतेवाड़ा पहुंच चुके हैं और उनकी मेडिकल जांच की जा रही है जिसके बाद उनसे पूछताछ की जाएगी और फिर वे अपने परिजनों से मिल सकेंगे। दंतेवाड़ा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसआरपी कंदुरी ने इससे पहले भाषा को बताया कि नक्सलियों ने अपहृत जवानों को रिहा कर...
More »SEARCH RESULT
सरकार पर सलवा जुडूम की जानकारी छुपाने का आरोप
नयी दिल्ली/रायपुर। उच्चतम न्यायालय ने माओवादी हिंसा की समस्या से निपटने के वास्ते अपनी ओर से उठाए गए कदमों के बारे में 'अस्पष्ट' सूचनाएं देने के लिए आज छत्तीसगढ़ सरकार को फटकार लगाते हुए उस पर नक्सल-विरोधी सतर्कता समूह सलवा जुडूम के बारे में जानकारी छुपाने का आरोप लगाया। न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी तथा न्यायमूर्ति एस. एस. निज्जर की सदस्यता वाली पीठ ने कहा ''राज्य सरकार द्वारा दाखिल...
More »भूख से नहीं होगी किसी की मौत : नीतीश
पटना, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संपूर्ण बिहार को सूखाग्रस्त घोषित करते हुए हर हाल में स्थिति का मुकाबला करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि भूख से किसी को मरने नहीं दिया जाएगा। मजदूरों को रोजगार मिलेगा तथा वृद्ध, विधवा व कमजोर लोगों को अनाज मुहैया कराया जाएगा। स्थिति से निपटने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में क्राइसिस मैनेजमेंट गु्रप बना दिया गया है। मुख्यमंत्री...
More »पीपीपी से सावधान -योगेश दीवान
भूमंडीलकरण-उदारीकरण के इस काल में अचानक एनजीओ या सिविल सोसाइटी समूहों की बाढ़ आना और वह भी शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, परिवहन और भोजन के मुद्दों पर थोड़ा शक पैदा करता है. खासकर, डब्ल्यूएसएफ की उस पूरी प्रक्रिया के बाद जो कहता था- “एक और दुनिया संभव है.” WSF इस असंभव को संभव बनाया है पीपीपी यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के उस मॉडल ने, जो न सीधा निजीकरण है न पूंजीवाद और न...
More »छह फीसदी बच्चे ही पहचानते हैं‘ए बी सी’
नई दिल्ली . सर्वशिक्षा अभियान (एसएसए) की सच्चई एक अध्ययन में सामने आ गई है। इससे पता चला है कि प्रायमरी में पढ़ने वाले देश के 94 फीसदी बच्चे अंग्रेजी को विदेशी भाषा मानते हैं। 11 राज्यों में हुए अध्ययन में पाया गया कि छह प्रतिशत बच्चे ही अंग्रेजी के अक्षरों को पहचान पाते हैं। चंडीगढ़, मध्यप्रदेश और असम के बच्चे तो इसमें भी फेल रहे। प्रायमरी शिक्षा को देशभर...
More »