मछली खाने पर आपको क्या मिलता है? केमिकल! इंसानी मल! प्लास्टिक! सबसे पहले बात करते हैं प्लास्टिक की। ब्रिटेन के प्लाइमाउथ विश्वविद्यालय के मरीन पॉल्यूशन बोर्ड ने हाल ही में एक अध्ययन में पाया कि इंग्लैंड के तट पर पाई जाने वाली एक तिहाई मछलियों के पेट में प्लास्टिक है। उत्तर सागर, अटलांटिक महासागर और ब्रिटेन के आसपास के पानी में बड़ी मात्रा में प्लास्टिक मछलियों के पेट में जा...
More »SEARCH RESULT
मां की परेशानी ने बनाया वैज्ञानिक
रांची के पिर्रा के रहने वाले साजिद को यह बात बहुत तकलीफ पहुंचाती थी कि उनकी मां चावल के कंकड़ को चुनने के लिए घंटों परेशान रहती थीं. अगर चावल से कंकड़ नहीं निकला जाता तो खाना बेमजा हो जाता था. साजिद कहते हैं कि इससे वे उलझन में पड़ जाते. अपनी मां को रोज की इस परेशानी से इस बालक ने छुटकारा दिलाने की ठान ली और वह राइस फिल्टर...
More »जीएम फसलों के लिए सतर्क रहने की जरूरत : रमेश
किसी एक कंपनी के हाथ में 95 फीसदी बीज बाजार का जाना ठीक नहीं तीन साल पहले वन व पर्यावरण मंत्री के तौर पर बीटी बैंगन पर रोक लगाने वाले जयराम रमेश ने जीएम फसलों पर फिर से सवाल उठाया है। उन्होंने वैज्ञानिकों से सवाल किया है कि क्या वे 95 फीसदी बीज मार्केट पर किसी एक कंपनी का नियंत्रण होने देना चाहेंगे। यहां पौष्टिकता और कृषि क्षेत्र के वैज्ञानिकों से मुखातिब...
More »बाजार के कामर्स से साइंस की जंग- डा.एनके सिंह
भारत में डायबिटीज की अत्यंत लोकप्रिय और सस्ती दवा को सरकार ने बैन कर दिया है. सरकार के इस फैसले से विशेषज्ञ डॉक्टरों में आक्रोश है. पहली बार बाजार के कॉमर्स के खिलाफ साइंस ने जंग छेड़ी है. डॉक्टर दिवस पर मरीजों के मर्म और सरकार की संवेदनहीनता बयां करती एक डॉक्टर की पीड़ा. - डायबिटीज की अत्यंत लोकप्रिय और अपेक्षाकृत सस्ती दवा ‘पायोग्लीटाजोन’ को 18 जून, 2013 से भारत सरकार के स्वास्थ्य...
More »उत्तराखंड की चेतावनी- अपूर्व जोशी
जनसत्ता 26 जून, 2013: उत्तराखंड में आई भारी विपदा पर लिखने बैठा, तो एकाएक बाबा नागार्जुन याद आ गए, अपनी एक कविता के जरिए- ताड़ का तिल है/ तिल का ताड़ है/ पब्लिक की पीठ पर बजट का पहाड़ है/ किसकी है जनवरी/ किसका अगस्त है/ कौन यहां सुखी है/ कौन यहां मस्त है/ सेठ ही सुखी है। सेठ ही मस्त है/ मंत्री ही सुखी है/ मंत्री ही मस्त है/...
More »