नई दिल्ली/रायपुर.महाराष्ट्र में एडिशनल कलेक्टर को मिट्टी तेल माफिया द्वारा जिंदा जला देने के बाद भी कई राज्य केरोसिन ट्रकों में जीपीएस सिस्टम लगाने के मामले में लापरवाह बने हुए हैं। कालाबाजारी रोकने के लिए भंडार से मिट्टी तेल के डीलर तक जाने वाले केरोसिन ट्रकों की निगरानी को लेकर छत्तीसगढ़ को छोड़कर किसी भी राज्य ने कोई कार्य नहीं किया है। छत्तीसगढ़ ने अगले माह तक सभी ट्रकों के साथ ही मिट्टी...
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ग्रीन हाउस गैसें, हम दूसरे नंबर पर : डूंगर सिंह राजपुरो
जयपुर. वाहनों, एसी, रेफ्रिजरेटर, उद्योगों से निकलने वाली ग्रीन हाउस गैसों (हानिकारक) की सूची में जयपुर देश में काफी आगे है। इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एन्वायरनमेंट एंड डवलपमेंट की हाल ही जारी रिपोर्ट के अनुसार जयपुर में प्रति व्यक्ति सालाना ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन 1.63 टन है, जो गुड़गांव को छोड़कर सर्वाधिक है। हालांकि इसमें मुंबई की स्थिति का अध्ययन नहीं किया गया है। जयपुर में हर साल करीब 56 लाख टन ग्रीन...
More »मनरेगा में सहरिया परिवारों को 200 दिन का रोजगार
जयपुर। राजस्थान सरकार ने सहरिया परिवारों को प्रति परिवार दो सौ दिवस का रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। प्रमुख शासन सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज सी.एस. राजन ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गत वित्तीय वर्ष तक सहरिया परिवार को प्रति परिवार एक सौ दिन कार्य दिवस रोजगार दिया जाता था। उन्होंने बताया कि सहरिया परिवारों को उपलब्ध कराए जाने वाले अतिरिक्त रोजगार...
More »अपने घर में रखे 50 लाख रुपयों में लगा दी आग
अजमेर. गबन के मामले में घिरता देख एक रेलवे अधिकारी ने रविवार को अपने घर में रखे 50 लाख रुपयों में आग लगा दी। मौके पर पहुंची रेलवे पुलिस ने ढाई लाख रुपए के अधजले नोट बरामद कर लिए। रेलवे पुलिस का मानना है कि जलाए गए नोट 50 लाख से भी अधिक हो सकते हैं। आरोपी उत्तर-पश्चिम रेलवे के बीकानेर मंडल में वित्त प्रबंधक अशोक मंगल को गिरफ्तार कर लिया...
More »कहां कितना भ्रष्टाचार- आंकड़ों के आईने में...
क्या आप जानते हैं कि साल 2000 से 2009 के बीच महाराष्ट्र में भ्रष्टाचार के सर्वाधिक मामले (4566) और पश्चिम बंगाल में भ्रष्टाचार के सबसे कम मामले (केवल 9) दर्ज हुए। क्या आप यह भी जानना चाहते हैं कि गुजरे दस सालों में देश के अलग-अलग सूबों में भ्रष्टाचारियों से कितनी रकम वापस हासिल की गई। भ्रष्टाचार के मामलों पर विधिवत नजर रखनी हो तो कहां जायें। कैसे पता चले कि केंद्र और राज्यों में...
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