देहरादून। जो दूध आप तक 36 से लेकर 40 रुपए प्रति किलो तक पहुंच रहा है। उसके लिए दूध उत्पादकों को केवल 22-23 रुपए हासिल हो रहे हैं। सस्ता दूध चाहने की इच्छा रखने वालों के लिए खुले दूध का विकल्प है, लेकिन इसका सेवन खतरे से खाली नहीं। यूरिया, स्टार्च, सिंघाड़े का आटा मिला यह दूध कभी भी मुसीबत बन सकता है। अकेले दून में दो करोड़ से ज्यादा...
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यूपी में बंद दुग्ध संघ इकाइयां चालू होंगी
प्रदेश में बंद दुग्ध संघ की सभी इकाइयां शीघ्र चालू होंगी। डेयरियों को सरकारी मदद देने का सिलसिला शुरू हो गया है। सहायता मिलते ही तीन इकाइयों में दोबारा दूध उत्पादन होने लगा है। इन इकाइयों के चालू होने से ग्रामीणों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और कर्मचारियों को काम। दुग्ध राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा ने बुधवार को यहां लोहिया पथ पर दुग्ध पार्लर के उद्घाटन समारोह में यह जानकारी दी। उन्होंने...
More »तरसती रही जनता, सड़कों पर बहा दी दूध की नदी
इंदौर। केंद्रीय खाद्य सुरक्षा व मानक अधिनियम के विरोध में घोषित तीन दिन के बंद के पहले दिन इंदौर सहित मालवा-निमाड़ में आम जनता दूध को तरस गई, जबकि व्यापारियों ने हजारों लीटर दूध सड़कों पर बहा दिया। प्रशासन व पुलिस की सख्ती का दावा बेअसर नजर आया। किराना व अन्य खाद्य पदार्थो के लिए भी लोग परेशान होते रहे। चाय-नाश्ता तक नहीं मिला। कई स्थानों पर छिटपुट घटनाएं भी हुई। इंदौर में सांची...
More »नेस्ले कंपनी में हुआ दूध का बड़ा खेल, मचा हड़कंप
अबोहर/खूईयांसरवर. मोगा में दुग्ध उत्पाद तैयार करने वाली कंपनी नेस्ले को मिलावटी दूध सप्लाई करने का भंडाफोड़ हुआ है। रविवार को थाना खूईयांसरवर की पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। नकली दूध तैयार करने वाले रसायनों के अलावा ढाई हजार लीटर दूध से भरे एक टैंकर, एक छोटे कैंटर तथा एक अन्य वाहन को कब्जे में लिया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग अबोहर-श्रीगंगानगर रोड पर गांव कल्लरखेड़ा के नजदीकी तरनतारन होटल के संचालक दिलेर...
More »पत्थर पर दूध और धान- सहकारिता और नई तकनीक का कमाल
पश्चिमी घाट कहलाने वाली सह्याद्रि पर्वतऋखंला के इलाके में एक गांव है खंबोली। और इस गांव के एक किसान विश्वनाथ की धनखेतियां सुनहली धूप में सोने की तरह चमचमा रही हैं। धनखेतियों के चारो तरफ अमराई है, अमराइयों से ठंढी बयार बहती है, धनखेतियों को आकर दुलार देती है। यों तो भारत के ज्यादातर किसानों की खेती सिंचाई के लिए बारिश के पानी पर निर्भर है लेकिन इसके उलट विश्वनाथ ने धान...
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