जनसत्ता 24 दिसंबर, 2012: राजीव गांधी एक मर्तबा राजस्थान के दौरे पर गए थे और अपनी सभा खत्म होने के बाद पंडाल से निकलते समय स्थानीय लोगों से उनकी दिक्कतों के बारे में पूछ रहे थे। कुछ किसानों ने कहा कि साहब पिछले साल हरी मिर्च के दाम आसमान पर चल रहे थे तो नफे की आस में हम लोगों ने इस बार पूरे खेत में मिर्च बोई थी। हरी मिर्च...
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गरीबों के मुंह पर तमाचा है शीला का बयान
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। भाजपा ने 600 रुपये प्रति माह में पांच लोगों के परिवार की दाल-चावल-आटे की जरूरत पूरी होने के बयान पर दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की जमकर खिंचाई की है। हालांकि, शीला ने कहा है कि उनके बयान को गलत तरीके से लिया गया है और जो योजना की आलोचना कर रहे हैं, वे पूरी अवधारणा को सही तरीके से समझ नहीं पा रहे हैं। ...
More »100 दिन काम नहीं अब 150 की तैयारी
राजनांदगांव। मनरेगा के तहत मजदूरों को 150 दिनों का रोजगार देने की योजना पर काम किया जा रहा है। वहीं जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना की हालत खराब है। यहां मजदूरों को 100 दिन का काम भी बराबर नहीं मिल पा रहा है। जिला पंचायत के अधिकारियों की उदासीनता ही कहें कि अब तक इसमें कुछ किया नहीं जा सका है। जिले में इसका उदाहरण है,...
More »पहली जनवरी से संभव नहीं नकद सब्सिडी ट्रांसफर
नई दिल्ली [जयप्रकाश रंजन]। लोगों के हाथों में सीधे नकद सब्सिडी भुगतान योजना को भले ही अगले आम चुनाव से पहले केंद्र सरकार का सबसे बड़ा दांव माना जा रहा हो लेकिन इसे लागू करने को लेकर दिक्कतें कम होती नहीं दिख रही हैं। केंद्र ने जिन 51 शहरों में अगले वर्ष की शुरुआत से इस योजना को लागू करने का कार्यक्रम तैयार किया है वहां भी इसके क्रियान्वयन को लेकर संशय है।...
More »गरीबों की पहुंच से ऊपर हो रही है दिल्ली- मनोज मिश्र
नई दिल्ली । दिल्ली और एनसीआर(राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) को आम की बजाए खास आदमी का शहर बनाने की तैयारी हो रही है। इसका नतीजा यह हुआ है कि एनसीआर के कई इलाके उजड़ने के कगार पर हैं। दिल्ली के कुछ इलाकों को छोड़ दें तो दिल्ली के ज्यादातर इलाके स्लम जैसे बनते जा रहे हैं। 1483 वर्ग किलोमीटर की दिल्ली का महज पांचवा हिस्सा ही रिकार्ड में बचा है, जिसे...
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