कोलकाता, मुख्य संवाददाता : हाय महंगाई, महंगाई-महंगाई। अब एक चुटकी नमक पर भी आफत बन आयी है। जी हां, चीनी, प्याज के बाद महंगाई डायन की काली नजर नमक पर है। जल्द ही इसके दाम बढ़ने वाले हैं। शायद इसके बाद आम लोगों को अदद एक चुटकी में भी कटौती करनी पड़ी। क्या है वजह दरअसल बेमौसम बारिश से गुजरात व राजस्थान में करीब 40 फीसदी नमक के टीले बह गये हैं।...
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स्कूलों में दाखिला 15 फीसदी महंगा
चंडीगढ़ . अगले सेशन से अपने बच्चों को प्ले वे, प्री-नर्सरी, नर्सरी में दाखिला दिलाने की सोच रहे हैं, तो जेब हल्की करने की तैयारी कर लें। एडमिशन के लिए अभिभावकों को 1000 से 3500 रुपये ज्यादा खर्च करने पड़ सकते हैं। नए सेशन के लिए प्राइवेट स्कूलों ने एडमिशन फीस में 10 से 15 फीसदी का इजाफा कर दिया है। प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन फीस 13,500 से 36 हजार रुपये तक...
More »क्या सोचा क्या पाया
जिन सपनों को लेकर एक दशक पहले उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ था उनमें से कितने सपने आंखों से उतरकर जमीन पर चल पाए हैं? नौ नवंबर को उत्तराखंड राज्य दस साल का हो गया. दस साल की उम्र किसी राज्य का भविष्य तय करने के लिए काफी नहीं होती, पर ‘पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं’ वाली कहावत के हिसाब से देखा जाए तो उस भविष्य का अंदाजा लगाने के...
More »मनरेगा में न्यूनतम मजदूरी का गड़बड़झाला
क्या मनरेगा को जस का तस छोड़ा जा सकता है? मनरेगा के मामले में नागरिक-संगठन आखिर इतना हल्ला किस बात पर मचा रहे हैं? क्या ग्रामीण इलाके के सामाजिक कार्यकर्ता बहुत ज्यादा की मांग कर रहे हैं? क्या यूपीए- II वह सारा कुछ वापस लेने पर तुली है जो यूपीए- I ने चुनावों से पहले दिया था? चुनौती सामने है, मनरेगा गहरे संकट में है। अरुणा राय और ज्यां द्रेज सरीखे...
More »खाद-बीज के लिए हाहाकार
रबी सीजन शुरू होते ही हर साल की तरह इस सत्र में भी खाद-बीज के लिए हाहाकार मचने लगा है। खाद-बीज के उपलब्धता के शासन व प्रशासन के दावे बेकार साबित हो रहे हैं। पंचायत चुनाव और उसके बाद दीवाली की छुट्टियों के नाते सभी सहकारी समितियों और कृषि विभाग के गोदामों पर अभी खाद-बीज पहुंचा नहीं। जो पहुंचा वह कब और कहां बंट गया किसी को पता नहीं। हमारे गगहा...
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