हाल में प्रसिद्ध विद्वान अयाची मिश्र के गांव सरिसबपाही में मुख्यमंत्री के साथ मंच साझा करने का मौका मिला, तो नजदीक से उनको सुना. उनका कहना था कि 'हमें प्रकृति के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए; प्रकृति हमें इसकी सजा देती है.' अपने शोध के सिलसिले में कटिहार के कदवा प्रखंड में महानंदा तटबंध के अंदर कुछ गांवों में घूमते हुए बाढ़ से प्रताड़ित लोगों से मिलने का मौका मिला....
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कृषिः भारत में कॉफी उत्पादन रिकॉर्ड 3.5 लाख टन रहने का अनुमान
एशिया के सबसे बड़े कॉफी उत्पादक एवं नियार्तक भारत में रकबा बढ़ने के कारण विपणन वर्ष 2017-18 में कॉफी उत्पादन रिकॉर्ड 3.50 लाख टन होने का अनुमान है। कॉफी बोर्ड ने फसल का पहला पूवार्नुमान जारी करते हुए कहा कि फली लगने से पहले किये गये अनुमान के हिसाब से इस विपणन वर्ष में 3.50 लाख टन कॉफी का उत्पादन होगा। इसमें अरेबिका किस्म का उत्पादन 1.03 लाख टन और...
More »कभी करती थी मजदूरी, अब लखपति बन गई सतवंती
बालाघाट। कहते हैं जहां चाह है वहां राह है...कुछ ऐसा ही कर दिखाया है बुदबुदा की एक महिला सतवंती ने। वह पहले मजदूरी करती थी लेकिन अब अपनी मेहनत से पूरे परिवार की तकदीर बदल दी। सतवंती ने रेशम की खेती शुरू कर दी है। जिस जमीन में वह सालभर मेहनत करके 30-35 हजार भी नहीं बचा पाती थी। अब सालाना 1 लाख रुपए मुनाफा कमा रही है। यह सब...
More »BIHAR में सामान्य से नौ व PATNA में 30% कम बारिश, 20 से अधिक जिलों की खेती प्रभावित
पटना : बिहार में सोमवार तक सामान्य से नौ प्रतिशत कम यानी 936.8 एमएम बारिश हुई है. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक बिहार में अभी 1027.6 प्रतिशत वर्षापात होना चाहिए था, लेकिन पूरे बिहार में सामान्य से कम बारिश होने से कम-से-कम 20 से अधिक जिले प्रभावित हुए हैं. इनमें पटना, सीवान, सारण, भोजपुर, मुंगेर सहित कई जिले शामिल हैं, जहां अभी 30 प्रतिशत तक कम बारिश रिकाॅर्ड की...
More »छोटे कदमों से बड़े बदलाव-- वरुण गांधी
कायदे से तो भारत के गांवों में कोई परेशानी ही नहीं होनी चाहिए थी- आखिर कृषियोग्य भूमि के मामले में हमारा देश दुनिया में दूसरे स्थान पर है. लेकिन, उपजाऊ जमीन के एक तिहाई पर ही सिंचाई की सुविधा है, बाकी क्षेत्र बारिश पर निर्भर है. छोटी होती जोत और खेती की बढ़ती लागत से किसान पर कर्ज का बोझ बढ़ रहा है. वित्त वर्ष 2014 से 17 के...
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