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आंखों की सर्जरी में ठगे जा रहे हैं स्मार्ट कार्डधारी- प्रशांत गुप्ता

रायपुर. राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (आरएसबीवाई) के तहत जरूरतमंदों को दिए गए स्मार्ट कार्ड राजधानी के कुछ निजी अस्पतालों की कमाई का जरिया बन गए हैं। मोतियाबिंद ऑपरेशन में 3500 रुपए का खर्च बताकर मरीजों के स्मार्टकार्ड से 6000 हजार रुपए निकाल लिए गए। पीड़ितों ने इसकी शिकायत रायपुर जिला चिकित्सा अधिकारी, राजिम विकासखंड चिकित्सा अधिकारी के साथ सरस्वती नगर थाने में भी की है। डीबी स्टार की पड़ताल में ऐसे दस...

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नक्सली नहीं आम आदिवासी मारे गए: ग्रामीण

छत्तीसगढ़ में पिछले हफ्ते सुरक्षा बलों के साथ कथित मुठभेड़ों में 19 लोगों के मारे जाने के मामले पर गंभीर विवाद उत्पन्न हो गया है. ग्रामीणों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का दावा है कि 28 जून की रात को छत्तीसगढ़ में हुए कथित मुठभेड़ों में मारे गए ज्यादातर लोग आम आदिवासी थे माओवादी नहीं, जबकि राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह और सीआरपीएफ ने इन दावों को सिरे से खारिज किया है. इससे जुड़ी...

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हर दस मिनट में एक मां की मौत

संयुक्त राष्ट्र की ओर से जारी आंकड़ों में कहा गया है कि भारत में 2010 में मां बनने के दौरान 56,000 महिलाओं की मौत हुई, जिसका मतलब है कि हर घंटे में छह और हर दस मिनट में ऐसी एक मौत हुई. इस वक्त भारत में प्रति एक लाख जन्मों पर मातृत्व मृत्यु दर 212 है जबकि भारत को सहस्राब्दि विकास लक्ष्य के तहत इस आंकड़े को घटाकर 109 तक लाना...

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कड़िया की हवेली बाकी सबके झोपड़े

भले ही कड़िया मुंडा देश की सबसे बड़ी पंचायत (लोकसभा) के उपाध्यक्ष हो, लेकिन उनका गांव चांडीडीह काफी पिछड़ा है. खूंटी लोकसभा क्षेत्र की जनता ने पहली बार 1977 में कड़िया मुंडा को सांसद के रूप में चुना था और इसके बाद वे सात बार लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं. वर्ष 2009 में सांसद चुने जाने के बाद इन्हें लोकसभा का उपाध्यक्ष जैसा महत्वपूर्ण पद मिला. भाजपा के इस वरिष्ठ...

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कड़वे बादाम : दिल्ली के बादाम उद्योग में मज़दूरों का शोषण

  उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दूर-दराज़ कोने में बसी हुई, शोर-ग़ुल और चहल-पहल भरी करावलनगर की बस्ती, अनौपचारिक क्षेत्र के उद्यमों का एक उभरता हुआ केन्द्र है, जहाँ बड़ी संख्या में प्रवासी मज़दूर और उनके परिवारों को रोज़गार मिलता है। ये उद्यम किसी भी मानक से छोटे नहीं है। वैश्विक सम्‍बन्‍धों की जटिल श्रृंखला में बँधे ये उद्यम, सालभर चालू रहते हैं और हज़ारों मज़दूरों के रोज़गार का स्रोत हैं। कई करोड़...

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