लातेहार। पलामू व्याघ्र परियोजना क्षेत्र के बेतला में इन दिनों वनों की कटाई चरम पर है। ग्रामीण सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पलामू किला, गाड़ी, बीट, कुचिला, डोरामी व बेतला समेत कई स्थानों पर पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हो रही है। लेकिन, वन विभाग के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। बेतला नेशनल पार्क पर नजर डालें तो केवल पुटुस, वनतुलसी की झाड़ी नजर आती है। कीमती पेड़ों का नामोनिशान नहीं है। पहले यहां पर...
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आतंक के साये में पलायन कर रहे ग्रामीण
झाड़ग्राम [जासं]। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के माओवाद प्रभावित जंगल महल क्षेत्र में विगत 7 मार्च से पुलिस व सुरक्षा बल की ओर से माओवादियों की तलाश में अभियान का तीसरा चरण आरंभ किया गया। अभियान के नाम पर जवानों द्वारा निरपराध ग्रामीणों को जब-तब पकड़ लिया जाता है, जिससे आतंकित ग्रामीण घर छोड़ने को विवश हो गये हैं। इसका असर एक ओर जहां इलाके की अर्थव्यवस्था पर हो रहा है, वहीं आदिवासियों के पलायन कर जाने...
More »लोकतंत्र पर भारी पड़ी भूख की लड़ाई
दाउदनगर (औरंगाबाद) झारखंड के मजदूरों को राजनीति से कोई मतलब नहीं रह गया है। यहां जिनोरिया में कृषि कार्य करने पलामू और गढ़वा जिला से दर्जनों मजदूर आए है। उन्हे इससे भी कोई मतलब नहीं है कि झारखंड की राजनीति क्या हो रहा है। उन्हें बस अपने पेट की चिंता है। छतरपुर के रामपति भुईयां कहते है कि घर दुआर हइए नहीं है, खपरैल है, जैसे तैसे रहते है। चुआड़ी बनाकर बरसात का पानी पीते...
More »छ्त्तीसगढ़ में एक गांधीवादी की शांति की पहल
जनआंदोलनों और नागरिक संगठनों के राष्ट्रीय गठबंधन एनएपीएम ने प्रसिद्ध गांधीवादी हिमांशु कुमार के छत्तीसगढ़ में शांति और सुशासन स्थापित करने की मांग के प्रति अपना पूर्ण समर्थन जताया है। श्री कुमार वनवासी चेतना आश्रम से संबद्ध हैं। गौरतलब है कि श्री हिमांशु कुमार छ्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा इलाके में गुजरे 26 दिसंबर से अनियतकालीन उपवास पर हैं। उन्होंने यह उपवास माओवादियों पर सरकार द्वारा नये सिरे से कार्रवाई करने की खबरों...
More »सपनों का उत्ताराखंड बनाने आगे आई महिलाएं
कोटद्वार(पौड़ी गढ़वाल)। उत्ताराखंड महिला मंच ने जनपद पिथौरागढ़ में गौरा नदी पर बन रहे 18 छोटे-बड़े बांधों से प्रभावित जनता की ओर से लड़ी जा रही लड़ाई को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। मंच ने नैनीताल, धारी व रामगढ़ में भू-माफियाओं के खिलाफ संघर्ष करने की भी बात कही है। रविवार को कोटद्वार में आयोजित मंच के प्रांतीय सम्मेलन में वक्ताओं ने कहा कि जल-जंगल व जमीन उत्ताराखंड का भूगोल नहीं बल्कि, उत्ताराखंडवासियों...
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