जनसत्ता 29 सितंबर, 2014: अगस्त 1990 में मंडल आयोग की सिफारिशें लागू करके तब के प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह ने जिस सामाजिक न्याय का ताना-बाना बुना था, उसके बिखरने में बस चंद वर्ष लगे थे। सबसे पहले उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह जनता दल को तोड़ कर अलग हो गए और मंडल के सबसे अधिक प्रभाव वाले क्षेत्र बिहार में उसके दो प्रतापी नेताओं लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार...
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ऋषि वैज्ञानिक की स्मृति!- हरिवंश
मंगल ग्रह पर ‘मॉम' (भारतीय अंतरिक्ष उपग्रह) के सफल प्रक्षेपण के संदर्भ में, प्रोफेसर सतीश धवन के नाम की चर्चा हुई. दरअसल, इस सफलता की नींव में प्रोफेसर सतीश धवन जैसे वैज्ञानिक ही हैं. उनके चरित्र, जीवन और कर्म को जानना हर भारतीय के लिए जरूरी है, ताकि वह इस उपभोक्तावादी माहौल में सफलता का मर्म जान सकें. आज हर भारतीय, खासतौर से युवा सफलता के एवरेस्ट पर पहुंचने को...
More »लोहे की पहाड़ियों के पीछे बसता है दूसरा अबूझमाड़ !
पिनाकीदास रंजन, दंतेवाड़ा। लोहे के अकूत भण्डार को गर्भ में समेटे बैलाडीला की पहाड़ियों के पीछे की हकीकत अंधे कुएं के समान है। अच्छी गुणवत्ता के लोहे के लिए प्रसिद्घ इन खदानों के पीछे बसे गांवों के हालात को अगर विकास के तराजू पर तौला जाए तो दूसरा अबुझमाड़ कहने में कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। सुबह के लगभग 10 बजे थे। बुधवार का दिन था। आयरन हिल्स के पीछे बसा...
More »यहां रद्दी मिटा रही बेसहारा बच्चों की भूख
सुमेधा पुराणिक चौरसिया, इंदौर। घर के कोने में पड़ी रद्दी भी बच्चे की भूख मिटा सकती है, सुनकर ताज्जुब होगा, लेकिन यह सच है। शहर में अनूठी तरह की समाजसेवा चल रही है, जिसके लिए न तो चंदा मांगा जाता है और न प्रचार किया जाता है। जैन समाज के लोग घर-घर जाकर रद्दी इकट्ठी करते हैं। सालभर में जमा इस रद्दी के बिकने से जमा हुए करीब डेढ़ लाख...
More »अबूझमाड़ की प्रसव पद्घति के सामने 'बौनी' मॉडर्न गाएनेकोलॅाजी
मो. इमरान खान, नारायणपुर। विशिष्ट आदिम संस्कृति वाले अबुझमाड़ की प्रसव पद्घति के आगे आधुनिक प्रसुति विज्ञान बौना नजर आता है क्योंकि इस पद्घति की राह पर विकसित देश निकल पड़े हैं। माड़ में महिला बैठकर बच्चे को जन्म देती है और इस देशी रीति को अब वैज्ञानिक बताया जा रहा है। यहां एक लकड़ी पर बैठकर महिला का प्रसव होता है जबकि इसके लिए अमेरिका में डेढ़ करोड़ रूपए...
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