पटना: राज्य के सरकारी अस्पतालों में भरती या इलाज करानेवाले मरीजों को अगले 15 दिनों के बाद अपने पैसे से दवाएं खरीदने की नौबत आनेवाली है. सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) तक में दवाओं का स्टॉक खत्म होने को है. अस्पतालों को दवा की आपूर्ति करनेवाली बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीएमएसआइसीएल) के गोदाम में भी दवाओं की कमी का असर दिखने लगा है....
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यहां मोमबत्ती की रोशनी में होती है डिलीवरी, दो कंधों पर पहुंचते हैं अस्पताल - आनंद चौधरी/हितेन्द्??
जयपुर. राज्य के प्रसव केंद्रों में घुसते ही जिंदगी थर-थराने लगती है। अव्यवस्थाएं ऐसी हैं कि न मां सुरक्षित है न शिशु। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी)के लेबर रूम में इतनी भीड़ है कि प्रसव के लिए दिनों व घंटों का इंतजार है। कारण, 475 में से 380 सीएचसी और 2000 से ज्यादा पीएचसी एक ही लेबर टेबल के भरोसे हैं। यहां पीड़ा से बिलखती प्रसूता को...
More »मेरठ में आरटीआई कार्यकर्ता को गोली मारी, गंभीर
लखनऊ। मेरठ में कल देर रात एक आरटीआई कार्यकर्ता को गोली मार दी गई। पुलिस ने घायल को मेरठ के निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। घायल के भाई ने ग्राम प्रधान सहित चार लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि आरटीआइ के तहत गाव में हुए विकास कायरें की सूचना मागने पर वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस ने घायल को मेरठ के जसवंत राय अस्पताल...
More »हजार में 46 बच्चों की हो रही मौत, केंद्र से मांगे 56 करोड़
रायपुर (निप्र)। राज्य में हर साल करीब 4 लाख बच्चे जन्म लेते हैं और इनमें से लगभग 18 हजार बच्चों की मौत हो जाती है। भारत सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में शिशु मृत्युदर का प्रतिशत प्रति हजार 46 है। अब राज्य सरकार ने नया लक्ष्य तैयार किया है, जिसमें प्रति हजार 46 बच्चों की मौत को 2017 तक घटाकर 30 तक पहुंचना है, जिसके लिए केंद्र से सत्र...
More »मरीजों की दवाएं और ब्रेड भी खा गये
पटना: पीएमसीएच के जेनरल सजर्री विभाग में दवाओं का धंधा चल रहा है. किसी बीमारी पर जितना खर्च बाहर होता है, उतना ही पीएमसीएच में भी होता है. ऐसे में मरीजों का हाल बुरा है. मरीजों के परिजनों से बार-बार बाहर से दवाएं मंगवायी जाती हैं. यह सजर्री के सभी यूनिटों का हाल है. कुछ यूनिट ऐसे भी हैं, जो अस्पताल की दवा लिखते ही नहीं हैं और मरीजों को बाहर...
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