जयपुर। माध्यमिक शिक्षा निदेशक की ओर से स्कूल का दौरा कर गलत रिपोर्ट बनाने का मामला सामने आया है। गलत रिपोर्ट के कारण हरमाड़ा के राजकीय सी.से. स्कूल का संचालन एक ही पारी में करने से यहां के 900 बच्चों के सामने पढ़ाई का संकट आ खड़ा हुआ है। मामले के अनुसार यहां 6 से 12 तक कक्षाएं संचालित हैं, लेकिन निदेशक ओंकार सिंह ने अपनी रिपोर्ट में यहां...
More »SEARCH RESULT
जनसंख्या के बढ़ते बोझ को भोजन उपलब्ध कराने ऊपरी व शुष्क भूमि की उपयोगिता बढ़ाना है जरूरी
वैज्ञानिकों में भ्रम है कि हम उन्नत तकनीक की बात कर रहे हैं, तो पूर्व की परिस्थिति में ही सिर्फ निचली व मध्यम भूमि की उपयोगिता से काम चल जायेगा. लेकिन नयी परिस्थितियों में ऊपरी भूमि का उपयोग बढ़ाना जरूरी है. वहां ऐसी फसलें लगाने की जरूरत है जो कम पानी में और जल्दी तैयार हो जायें. जैसे मकई, मडुवा व 100 दिनों में तैयार होने वाला धान. मध्यम व निचली...
More »जनसंख्या के बढ़ते बोझ को भोजन उपलब्ध कराने ऊपरी व शुष्क भूमि की उपयोगिता बढ़ाना है जरूरी
वैज्ञानिकों में भ्रम है कि हम उन्नत तकनीक की बात कर रहे हैं, तो पूर्व की परिस्थिति में ही सिर्फ निचली व मध्यम भूमि की उपयोगिता से काम चल जायेगा. लेकिन नयी परिस्थितियों में ऊपरी भूमि का उपयोग बढ़ाना जरूरी है. वहां ऐसी फसलें लगाने की जरूरत है जो कम पानी में और जल्दी तैयार हो जायें. जैसे मकई, मडुवा व 100 दिनों में तैयार होने वाला धान. मध्यम व निचली...
More »किताबों की जगह हाथ में झाड़ू, बेटियों को करनी पड़ती है सफाई
सीकर. शिक्षा विभाग की डाइस डाटा रिपोर्ट में सरकारी शिक्षा के चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में पहली कक्षा में दाखिला लेने वाले 100 स्टूडेंट्स में से केवल 27 ही 12वीं की पढ़ाई पूरी कर पा रहे हैं। बाकी 73 स्टूडेंट्स बीच में पढ़ाई छोड़ देते हैं। इसके पीछे बड़ी वजह है सीनियर सैकंडरी स्कूलों और शिक्षकों की कमी। राजस्थान में पहली से पांचवीं कक्षा...
More »डॉक्टरों से लिया जाएगा 50 लाख का बॉण्ड
जयपुर,सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए राजस्थान सरकार अब डॉक्टरों से 50 लाख रूपए का बॉण्ड लेगी। यह बॉण्ड उन डॉक्टरों से लिया जाएगा जो सरकारी सेवा में रहते हुए डॉक्टरी में स्नातकोत्तर यानी पीजी करते है। इन डॉक्टरों को अब पीजी करने के बाद कम से कम पांच साल तक सरकारी सेवा में रहना होगा। राजस्थान में मेडिकल में पीजी करने वालों में सरकारी डॉक्टरों...
More »