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आबादी से बाहर होंगी फायर रेंज: धूमल

शिमला. राज्य सरकार आबादी वाले क्षेत्रों से फायरिंग रेंजों को आबादी वाले क्षेत्रों से दूर करने के लिए मामले को केंद्र सरकार के समक्ष उठाएगी। पैरा मिल्रिटी और सैन्य विभाग की कांगड़ा जिले में स्थित फायरिंग रेंज को 1977 में नोटिफाई किया गया था लेकिन इसके बाद क्षेत्र में कई घरों का निर्माण हुआ है जिसकी लोगों की सुरक्षा से जुड़ा मसला और गंभीर हुआ है। प्रदेश मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने विधानसभा सत्र...

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मध्याह्न भोजन से दो छात्राएं मरीं, 300 बीमार

सीतामढ़ी/रून्नीसैदपुर। रून्नीसैदपुर प्रखंड के हरसिंगपुर मध्य विद्यालय में मध्याह्न भोजन खाने के बाद तीन सौ छात्र-छात्राएं बीमार हो गए, जिनमें दो छात्राओं की मौत हो गई है। वहीं, बीस से ज्यादा बच्चों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। इस घटना के बाद प्रधान शिक्षक फरार हो गए हैं। गंभीर रूप से बीमार बच्चों को चिकित्सा के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अन्य का इलाज गांव में ही मेडिकल टीम कर रही है। सूचना...

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बड़े सपनों की पाठशाला का नन्हा हेडमास्टर

  16 साल के बाबर अली का स्कूल बताता है कि बड़े काम बड़ी उम्र के मोहताज नहीं होते. सम्राट चक्रबर्ती की रिपोर्ट(तहलका (हिन्दी) से साभार) प. बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में स्थित बेल्डांगा रेलवे क्रॉसिंग के आस-पास शायद ही ऐसा कुछ हो जो आपको खास लगे. लेकिन कोलकाता से हमारी पांच घंटे की बस यात्रा की मंजिल यहीं थी. मार्क्सवादी सपने दिखानेवाले और शादीशुदा दंपत्तियों की निजी समस्याओं के समाधान...

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मौत व कलंक के भय पर सेवा भारी

रांची [नीरज अंबष्ठ]। एड्स! जिसकी परिणति कलंक व निश्चित मौत। पूरे परिवार को बर्बाद कर देने वाली बीमारी। जाने-अनजाने में जिसे हो जाए, उसके अपने ही उससे दूर भागने लगते हैं। कहीं छूने-सटने से उसे भी.। बेघर तक किए जाते हैं। लेकिन एड्स पीड़ितों की सेवा और उनके लिए कुछ करने की उमंग को क्या कहेंगे? सिस्टर प्रमिला कुजूर को न तो मौत से डर है, और न ही कलंक से। एड्स पीड़ितों की सेवा की...

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फूलमती: वह सचमुच ग्राम प्रधान है

आजमगढ़ [जासं]। अन्याय सहना उन्होंने नहीं सीखा। फकत सात साल की थीं जब उन्होंने कदाचार के खिलाफ बिगुल फूंका। कीमत बड़ी चुकानी बड़ी अर्थात पढ़ाई छूट गयी लेकिन हौसले का साथ न छूटा। कदाचार के खिलाफ जंग जारी रही और वर्ष 2005 में कक्षा 2 पास यह महिला बनीं अपने गाव की मुखिया। बात हो रही है फूलमती त्रिपाठी की। वह अजमतगढ़ विकास खण्ड की ग्राम पंचायत कादीपुर रजादेपुर की प्रधान हैं। मायका है...

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