डाउन टू अर्थ, 08 अगस्त क्या आप जानते हैं कि दुनिया भर में झीलें हर साल कितनी मीथेन वातावरण में छोड़ रही हैं, यदि नहीं तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वैज्ञानिकों का अनुमान है कि हर साल यह झीलें करीब 4.2 करोड़ टन मीथेन वातावरण में उत्सर्जित कर रही हैं। गौरतलब है कि दुनिया भर में करीब 28 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में झीलें हैं जोकि आकार में...
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जलवायु परिवर्तन से जुड़ी कुछ बुनियादी बातें और शब्दकोश
कार्बनकॉपी, 01 अगस्त हमारी जलवायु सूर्य, पृथ्वी और महासागरों, हवा, बारिश और बर्फ, तापमान, आर्द्रता, वायुमंडलीय दबाव, समुद्र के तापमान, आदि से जुड़ी हुई प्रणाली है। इसमें विशेष रूप से औसत वायुमंडलीय तापमान में वृद्धि , दुनिया के किसी हिस्से में बारिश के पैटर्न में आया दीर्घकालिक बदलाव और मौसम यानी सर्दी/ गर्मी के ग्राफ में असामान्य परिवर्तन ही सरल शब्दों में जलवायु परिवर्तन है। उदाहरण के लिए, प्रशांत सागर का...
More »उत्तराखंड में तेंदुओं के साथ जीवन और जिम कार्बेट की विरासत
कार्बनकॉपी, 25 जुलाई कभी जिम कॉर्बेट ने तेंदुओं को सबसे सुंदर जीव का दर्जा दिया था। यही जीव उत्तराखंड में मुश्किल में है। आवास और भूख मिटाने के लिए शिकार की कमी झेल रहे इस जीव का शिकार भी बढ़ा है। लगभग सौ साल पुरानी बात है। एक आदमखोर तेंदुए ने रुद्रप्रयाग के क्षेत्र में भारी तबाही मचा रखी थी। आठ साल में कम से कम 125 लोगों की जान लेने वाले...
More »मॉनसून ने मचाई कई जगह तबाही, दिल्ली भी पहुंची आखिरकार बौछारें
कार्बनकॉपी, 20 जुलाई मॉनसून आखिरकार पूरे देश में फैल गया और लगातार बारिश के कारण कई जगह बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। उत्तर भारत में दिल्ली में आखिरकार बरसात हुई और लोगों को चिलचिलाती गर्मी से कुछ राहत मिली। राजस्थाने के पूर्वी हिस्से में भी बहुत भारी बारिश हुई। मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश और ओडिशा – जहां पहले ही काफी बरसात हो रही है – के पूर्वी तट...
More »खबरदार
खास बात • गंगोत्री ग्लेशियर सालाना ३० मीटर की गति से सिकुड़ रहा है।* • अगर समुद्रतल की ऊंचाई एक मीटर बढ़ती है तो भारत में ७० लाख लोग विस्थापित होंगे।* • पिछले बीस सालों में ग्रीनहाऊस गैसों के उत्सर्जन में सर्वाधिक बढ़ोत्तरी जिवाश्म ईंधन के दहन से हुई है।* • मानवीय क्रियाकलापों के कारण ग्लोबल ग्रीन हाऊस गैस के उत्सर्जन में लगातार बढोत्तरी हो रही है। अगर औद्योगीकरण के पहले के समय से तुलना करें तो मानवीय क्रियाकलापों...
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