नई दिल्ली। अल नीनो की वजह से कमजोर होते मानसून ने देश के कई इलाकों में सूखे जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। ऐसे में लगातार दूसरे साल फसलों के लिए मौसम प्रतिकूल हो गया है। इसका सीधा असर प्रोडक्शन से लेकर इकोनॉमी पर पड़ने की आशंका है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि करीब 30 साल बाद लगातार दूसरे साल सूखे जैसे हालात बन गए हैं। इकोनॉमिस्ट के अनुसार अगर स्थिति...
More »SEARCH RESULT
किसानों की सब्सिडी खा गए उद्यानिकी विभाग के अफसर
रायपुर। छत्तीसगढ़ में उद्यानिकी विभाग के अफसरों ने किसानों को मिलने वाली सब्सिडी में बड़े पैमाने पर गोलमाल किया है। विभाग के अफसरों ने किसानों के खेतों में इवेपोरेटिव लो एनर्जी कूल चेंबर लगाए बिना ही सब्सिडी का पैसा निकाल लिया। खास बात यह है कि जब किसानों से कूल चेंबर के बारे में जानकारी ली गई, तो वह चौंक गए। प्रदेश के 928 किसानों के नाम पर सब्सिडी का पैसा...
More »अदालत ने राजीव गांधी ट्रस्ट को किसानों की 68 एकड भूमि वापस लौटाने का दिया आदेश
अमेठी : अमेठी के राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट को बेची गयी जमीन को बुधवार को एक स्थानीय अदालत ने ट्रस्ट से वापस लेकर उत्तरप्रदेश राज्य औद्योगिक एवं अवस्थापना निगम (यूपीएसआइडीसी) को सौंपने का आदेश दिया है. यह आदेश गौरीगंज की एसडीएम वंदिता श्रीवास्तव की अदालत ने सुनाया है. अमेठी के जिलाधिकारी जगतराज त्रिपाठी ने कहा है कि एसडीएम ने उक्त जमीन को वापस करने का आदेश दिया है. इस मामले...
More »किसानों को सता रही सूखे की चिंता
नुआपाड़ा (निप्र)। ओडिशा के नुआपाड़ा जिले में कम बारिश होने के कारण किसानों को इस वर्ष अकाल की चिंता सता रही है। बारिश नहीं होने के कारण आधे से अधिक कृषि भूमि में फसल नष्ट होने के कगार पर है, जिसके कारण किसान वर्ग चिंतित नजर आ रहे हैं। नुआपाड़ा में जुलाई माह में 17 प्रतिशत कम बारिश होना रिकार्ड किया गया है। वहीं इस वर्ष जिला में 54 प्रतिशत...
More »वर्षा के पैटर्न में गंभीर परिवर्तन- भरत झुनझुनवाला
इंद्रदेव देश के साथ आंख मिचौली खेल रहे हैं. जून में वर्षा सामान्य रही. इसके बाद जुलाई के पहले पखवाड़े में वर्षा बहुत कम रही. सूखे की संभावना बढ़ती जा रही थी. लेकिन जुलाई के दूसरे पखवाड़े में देश के तमाम क्षेत्रों में अच्छी वर्षा होने से स्थिति पुन: सामान्य हो गयी है. वर्तमान में वर्षा सामान्य से मात्र दो प्रतिशत कम है. राजस्थान के दक्षिणी इलाकों में भारी वर्षा...
More »