देश में लगातार बढ़ती महंगाई से आम लोगों को अभी राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मई में महंगाई दर बढ़कर 7.55 फीसदी हो गई है। इससे पहले वाले महीने में ये आंकड़ा 7.23 फीसदी रही थी। वहीं मई 2011 में महंगाई दर 9.1 फीसदी के स्तर पर थी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य पदार्र्थो की महंगाई दर भी इस अवधि में 10.74 फीसदी हो गई है, जो कि पहले 10.49...
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महंगाई दर में वृद्धि
नई दिल्ली। सब्जी, खाद्य तेल तथा दूध की कीमतों में उछाल से खुदरा मुद्रास्फीति अप्रैल महीने में बढ़कर 10.32 प्रतिशत हो गई। शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक [सीपीआई] पर आधारित संशोधित मुद्रास्फीति मार्च महीने में 9.38 प्रतिशत थी। अस्थाई आंकड़ों में इसके 9.47 प्रतिशत रहने की बात कही गई थी। अप्रैल महीने सब्जी की कीमत में सालाना आधार पर सर्वाधिक 24.55 प्रतिशत की वृद्धि हुई...
More »परेशान करने वाली है बढ़ती खाद्य महंगाई : प्रणब
वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने खाद्य वस्तुओं की बढ़ती कीमतों को परेशान करने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार हालात को सुधारने के लिए सप्लाई साइड की दिक्कतों को दूर करने को कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि मार्च में खाद्य महंगाई दर बढ़ी है, जो परेशान करने वाली है। मार्च महीने में कुल महंगाई दर मामूली रूप से घटकर 6.89 प्रतिशत पर आ गई है। फरवरी में यह 6.95 प्रतिशत...
More »पेश होगी महंगाई की असली सूरत
नई दिल्ली [जाब्यू]। असलियत में आम आदमी पर महंगाई का कितना बोझ पड़ता है, इसका पता अब ज्यादा आसानी से चल सकेगा। केंद्र सरकार इस हफ्ते पहली बार देशव्यापी नया उपभोक्ता मूल्य सूचकांक [सीपीआई] जारी करेगी। नया सूचकांक महंगाई की ज्यादा वास्तविक स्थिति बताएगा। माना जा रहा है कि आगे चलकर मौजूदा थोक मूल्य सूचकांक [डब्ल्यूपीआई] के स्थान पर सरकार इस नए सीपीआई को ही लागू करेगी। ब्याज दरों का निर्धारण...
More »मुद्रास्फीति अभी स्वीकार्य स्तर पर नहीं, और गिरावट होनी चाहिए: प्रणव
नई दिल्ली, 14 फरवरी (एजेंसी) मुद्रास्फीति के जनवरी में 25 महीने के निम्नतम स्तर 6.55 फीसद पर पहुंचने के बीच वित्त मंत्री प्रणव मुखर्र्र्जी ने कहा कि महंगाई दर अभी स्वीकार्य स्तर पर नहीं पहुंची है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इसमें और कमी होगी। मुखर्जी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इसमें :मुद्रास्फीति में: और कमी होनी चाहिए क्योंकि यह अभी भी स्वीकार्य स्तर पर नहीं पहुंची...
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