आठ नवंबर को शुरू हुए 500 व 1000 रुपये के नोटों के डीमॉनेटाइजेशन (जिसे आम भाषा में नोटबंदी कहा जा रहा है) के बाद से देश में जो हो रहा है, उसका विश्लेषण काफी कठिन है। यही वजह है कि हर अर्थशास्त्री इसे अलग ढंग से देख रहा है। इसके नतीजों का आकलन अलग ढंग से कर रहा है। ऐसे मौकों पर हर अर्थशास्त्री अपने ‘परसेप्शन' और ‘स्पैक्यूलेशन' यानी अपनी...
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नोटबंदी से नायाब तरीके से निपट रहा है ये गांव
भारत में नोटबंदी के बाद से आम लोगों को काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में पश्चिम बंगाल के बृंदाबनपुर गांव के लोगों ने मुश्किलों से निपटने का आसान और बेहद पुराना तरीका निकाला है. भारत की अर्थव्यवस्था में 500 और 1000 रुपए के नोट का इस्तेमाल बंद होने से पहले, ये बाज़ार में कुल मुद्रा का 86 फ़ीसदी थे. इनके बाज़ार से बाहर होने के बाद रिज़र्व बैंक...
More »मुद्रा परिवर्तन के बाद--- अनुपम त्रिवेदी
विगत 8-9 नवंबर की रात कालेधन पर की गयी प्रधानमंत्री की सर्जिकल स्ट्राइक को 15 दिन पूरे हो गये हैं. आधा देश अभी भी लाइन में लगा है और बाकी आधा इस माथा-पच्ची में कि अब आगे क्या होगा? मोदी सरकार के इस दूरगामी और साहसी कदम के संभावित परिणामों पर कयासों का दौर चल रहा है. प्रधानमंत्री खुद रायशुमारी करा रहे हैं. बड़ा प्रश्न है कि क्या अर्थव्यवस्था पटरी...
More »नोटबंदी का असर, FMCG कंपनियों ने घटाया उत्पादन
बेंगलुरू/मुंबई। नोटबंदी का असर अब कंज्यूमर प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनियों पर भी दिखने लगा है। कैश की कमी और बाजार में मंदी के चलते नामी एफएमसीजी कंपनियों ब्रिटानिया, पारले, डाबर और इमामी ने उत्पादन में कटौती कर दी है। बिस्किट बनाने वाली नामी कंपनी ब्रिटानिया के मैनेजिंग डायरेक्टर वरूण बेरी ने कहा कि हमारी कंपनी ने फिलहाल उत्पादन में 15 से 20 फीसदी की कटौती कर दी है। उन्होंने कहा कि...
More »सदानंद गौड़ा ने भी झेली नोटबंदी की मार, अस्पताल ने नहीं लिए पुराने नोट
नई दिल्ली। नोटबंदी का असर जहां आम जनता पर हुआ है वहीं इससे पीएम मोदी के मंत्री तक नहीं बच पाए हैं। केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा को एक ऐसी स्थिति से दो-चार होना पड़ा है जिसकी कम ही लोग उम्मीद करते होंगे। दरअसल सदानंद गौड़ा के छोटे भाई डीवी भास्कर गौड़ा मैंगलुरु के कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज में भर्ती थे। लंबे वक्त से चली आ रही बीमारी के चलते मंगलवार को उनका...
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