क्या कभी आपकी भेंट ऐसे जिला शिक्षा अधिकारी से हुई है जिससे भरी महफिल में किसी ग्रामीण ने शिक्षा के अधिकार के हवाले से पूछा हो, बताओ ऐसे कितने स्कूल हैं जहां शौचालय ठीक-ठाक बने और काम कर रहें हैं ? क्या आपने जिला शिक्षा अधिकारी को आंकड़ों की ओट में तथ्य छुपाते और इस तथ्य-छुपाई पर उसी महफिल में एक से ज्यादा ग्रामीणों के मुंह से टोके और दुरुस्त किए...
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आरटीआई कार्यकर्ता के मौत मामले की जांच रोकने की मांग
पुणे। आरटीआई कार्यकर्ता विलास बारावकार की पत्नी ने पति के आत्महत्या मामले की जांच रोकने की मांग की है। उन्होंने महाराष्ट्र के गृह मंत्री, पुणे के पुलिस अधीक्षक और सीआईडी को पत्र लिखकर यह गुहार लगाई है। विलास ने 2014 में आत्महत्या की थी। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि कुछ राजनीतिज्ञों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के कारण वह इतना बड़ा कदम उठा रहे हैं। विलास की पत्नी उज्ज्वला...
More »वंचितों के उत्थान से ही देश का उत्थान-- आकार पटेल
भारतीय जनगणना, 2011 के अनुसार, देश में अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लोगों की संख्या देश की कुल आबादी में 25 प्रतिशत से ज्यादा हो गयी है. इनमें 16.6 प्रतिशत दलित हैं और 8.6 प्रतिशत आदिवासी हैं. ये दो अन्य संज्ञाएं हैं, जिनके द्वारा इन समुदायों (जिन्हें अंगरेज अनटचेबल और ट्राइबल कहा करते थे) को संबोधित किया जाता है. भारत की एक चौथाई आबादी का अर्थ...
More »चाय बेचने वाला बना सीए, महाराष्ट्र की योजना का ब्रांड एंबेसडर
पुणे। चार्टर्ड अकाउंटेंट की परीक्षा पास करने वाले 28 वर्षीय एक स्थानीय चाय विक्रेता को महाराष्ट्र सरकार की 'कमाओ और शिक्षा ग्रहण करो' (अर्न एंड लर्न) योजना का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया। सोमनाथ गिराम सोलापुर जिले के एक छोटे से गांव का रहने वाला है। वह सदाशिव पेठ क्षेत्र में चाय की एक दुकान चलाता है। उसने सीए की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है, जिसके परिणाम पिछले सप्ताह घोषित किए...
More »वैश्चिक अर्थव्यवस्था में लड़खड़ाता 'ड्रैगन" और हम - सुषमा रामचंद्रन
चीन की कहानी किसी परीकथा की तरह है। लाखों गरीबों-मजलूमों का यह देश महज चंद दशकों में ही एक वैश्विक महाशक्ति के रूप में जब उभरकर सामने आया तो सभी हतप्रभ रह गए। हालत यह हो गई?कि चीन को दुनिया की सबसे बड़ी फैक्टरी कहा जाने लगा : एक मैन्युफेक्चरिंग पॉवर हाउस! लेकिन अब लगता है कि चीन के उभार की कहानी जिस तरह से किसी परीकथा की तरह थी,...
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