SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 959

विकास : मिथक या सच्चाई- इर्शादुल हक(तहलका हिन्दी)

  बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का दावा है कि राज्य की विकास दर इस वर्ष 14.15 प्रतिशत तक पहुंच गई है जो देश में सबसे ज्यादा है. अर्थशास्त्रियों का दावा है कि इसमें सच्चाई से ज्यादा आंकड़ेबाजी है. इर्शादुल हक की रिपोर्ट   16 अक्टूबर को उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के केंद्रीय सांख्यिकी संगठन यानी सीएसओ के हवाले से प्रेस को सूचना दी, ‘2010-11...

More »

मजदूर को मजबूर बनाने की नीति- सुभाष चंद्र कुशवाहा

विगत कुछ महीनों से देश में मजदूर आंदोलन की सुगबुगाहट निजी सेवा के अमानवीयकरण की व्यथा-कथा उजागर करने के लिए पर्याप्त है। हुंडई, अशोक ली-लैंड और मारुति-सुजुकी के मजदूर आंदोलनों ने औद्योगिक नीति की खामियों और मजदूरों के शोषण को उजागर किया है। यह तब हो रहा है, जब वैश्वीकरण ने मजदूर चेतना को न केवल कुंद किया है, बल्कि तमाम मजदूर संगठनों को उत्पादक विरोधी बताते हुए हाशिये पर...

More »

सूचना अराजकता का ‘राज’स्थान- शिरीष खरे(तहलका)

मुख्यमंत्री कार्यालय सहित ज्यादातर विभागों में देरी से जवाब, गोलमोल जवाब या जवाब ही न देने का रवैया सूचना के अधिकार को सबसे पहले लागू करने वाले राजस्थान में इस अधिकार को बेमानी बना रहा है. शिरीष खरे की रिपोर्ट बीते 11 अक्टूबर यानी सूचना के अधिकार कानून के छह साल पूरे होने से ठीक एक दिन पहले एक नये स्थान और अवसर पर वही पुराना वाकया. हरियाणा के हिसार...

More »

नीतीश की 'सेवा यात्रा' तो लालू की 'गांव-गांव यात्रा'

बिहार से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवणी की 'जन चेतना यात्रा' के बाद अन्य राजनेताओं की भी यात्राओं का दौर प्रारम्भ हो गया है। अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नौ नवंबर से 'सेवा यात्रा' पर निकलने वाले हैं तो राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने 'गांव-गांव यात्रा' करने की घोषणा कर दी है। राजद की 'गांव-गांव यात्रा' गया जिले से प्रारम्भ होने वाली है...

More »

बत्तीस के फेर में गरीबी : इला भट्ट

अब देश की सरकार गरीबी के मानदंडों में संशोधन करने जा रही है, जैसे कि देश को पता ही न हो कि गरीबी के मायने आखिर क्या हैं! सरकार का मानना है कि शहरी क्षेत्र में एक दिन में 32 रुपए और ग्रामीण क्षेत्र में एक दिन में 26 रुपए से अधिक खर्च करने वाला व्यक्ति ‘गरीब’ नहीं माना जा सकता और इसलिए वह सरकार की विभिन्न हितकारी योजनाओं के लिए पात्र...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close