इलाहाबाद : प्रदेश के सूखाग्रस्त घोषित हो चुके 58 जिलों में बच्चों को गर्मी की छुट्टियों में भी मिड डे मील दिया जायेगा। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालय छुट्टियों के दौरान विशेष तौर पर सुबह 7 से 9:30 बजे तक खोले जाएंगे और बच्चों को भोजन वितरित किया जायेगा। शासन की ओर से परिषदीय विद्यालयों को 20 मई तक का बढ़ा खर्च और 30 जून तक का खाद्यान्न भिजवा दिया गया है। इस बाबत प्रधानाध्यापक...
More »SEARCH RESULT
भूखे बुंदेलों के हक पर अमीरों का डाका
उरई। बुंदेलखंड के बीहड़ में बसे गांवों के लोग भुखमरी के मुहाने पर खडे़ हैं। उरई जिले के नंदीगांव व रामपुरा ब्लाकों के दर्जनों गांवों के बाशिंदों के घरों में महीने में बमुश्किल 15 दिन ही चूल्हा जलता है और वह भी एक समय। ज्यादातर भूमिहीन और गरीबों के पास बीपीएल और अंत्योदय कार्ड तक नहीं हैं। पूरा भोजन ना मिलने से महिलाएं, पुरुष और बच्चे कुपोषण का शिकार हैं। दलित बाहुल्य गांवों की हालत...
More »भुखमरी कैसे खत्म हो - सचिन कुमार जैन
भुखमरी आज के समाज की एक सच्चाई है परन्तु मध्यप्रदेश के सहरिया आदिवासियों के लिये यह सच्चाई एक मिथक से पैदा हुई, जिन्दगी का अंग बनी और आज भी उनके साथ-साथ चलती है भूख. अफसोस इस बात का है कि सरकार अब जी जान से कोशिश में लगी हुई है कि भूखों की संख्या कम हो. वास्तविकता में भले इसके लिये प्रयास न किये जायें लेकिन कागज में तो सरकार...
More »पत्ता चूसकर प्यास बुझा रहे हैं ग्रामीण
सिमरिया : लावालौंग प्रखंड के टिकदा टोला सुथाय गांव के लोग भीषण पेयजल संकट से जूझ रहे है. गांव वाले पत्ता चूसकर प्यास बुझा रहे हैं. सखुवा, आंवला का पत्ता चुस कर तरास मिटाते है. सुथाय गांव प्रखंड मुख्यालय से 25 किमी दूरी पर स्थित है. इस गांव के लोग सालोंभर मंहगी नाला से पानी पीते है. इन दिनों पड़ रही भीषण गरमी के कारण नाला सूख गया है. ग्रामीणों का...
More »हमारा बीपीएल और उनका आईपीएल- देविंदर शर्मा
2009 में जब विश्व आर्थिक मंदी की आग में जल रहा था और इसकी तपिश भारत में भी महसूस की जा रही थी, तब भारत ने तीन किस्तों में करीब साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये का राहत पैकेज जारी किया था. हम सरकारी अनुदान हड़पने में किसानों और गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों को दोषी ठहराते हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि उद्योग और व्यवसाय जगत इनसे कई...
More »