मैं हमेशा अचरज में पड़ जाता हूं कि आखिर जिन लोगों के हाथ में सत्ता और अधिकार हैं, वे सिरे से गलत चीजों को दुरुस्त करने के लिए क्यों कुछ नहीं करते? मैं जब स्टूडेंट हुआ करता था, तभी से मैं गुड गवर्नेंस वगैरह के बारे में सुनता आ रहा हूं, लेकिन अफसोस कि तब से लेकर अब तक ज्यादा कुछ नहीं बदला है। दुनिया बदल गई, हालात बदल गए,...
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जल सत्याग्रह: 29वां दिन घोघलगांव से लौटी पुलिस
ओंकारेश्वर-खंडवा। ग्राम घोघलगांव में शनिवार को ओंकारेश्वर बांध के डूब प्रभावितों का जल सत्याग्रह 29वें दिन भी जारी रहा। पुलिस बल के साथ अफसर भी घोघलगांव पहुंचे और लौट भी गए। घोघलगांव के चारों तरफ पुलिस का जबर्दस्त ढंग से मूवमेंट चल रहा है। चर्चा है कि जल सत्याग्रह करने वालों पर पुलिस कभी भी कार्रवाई कर सकती है। 11 अप्रैल से शुरू हुए जल सत्याग्रह पर पुलिस की खुफिया नजर...
More »कनहर में दफन होती समाजवाद की थीसिस- अभिषेक श्रीवास्तव
इस साल अक्षय तृतीया पर जब देशभर में लगन चढ़ा हुआ था, बारातें निकल रही थीं और हिंदी अखबारों के स्थानीय संस्करण हीरे-जवाहरात के विज्ञापनों से पटे पड़े थे, तब बनारस से सटे सोनभद्र के दो गांवों में पहले से तय दो शादियां टल गईं. फौजदार (पुत्र केशवराम, निवासी भीसुर) के बेटे का 22 अप्रैल को तिलक था. शादी अगले हफ्ते होनी थी. पड़ोस के गांव में 24 अप्रैल को...
More »माफिया ने नदी पर बनाया पुल, सिंध में चल रही 7 अवैध खदान
अब्बास अहमद, भिंड। रेत माफिया पर नकेल के सारे दावे खोखले हैं। मेहगांव के खेरिया गांव में सिंध नदी से अवैघ उत्खनन के लिए ट्रक निकालने नदी पर कच्चा पुल भी बना लिया है। मेहगांव के अमायन और भारौली इलाके में करीब 7 रेत खदानें अवैध तरीके से संचालित हैं। यहां रोजाना करीब 400 ट्रक पॉकलेन मशीनों से भरकर उत्तरप्रदेश और प्रदेश के दूसरे जिलों में भेजा जाता है। माफिया बेखौफ...
More »भूकंप के बाद की चुनौतियां - शशांक
नेपाल की आपदा बहुत बड़ी प्राकृतिक त्रासदी है। हालांकि संवेदनशील क्षेत्र होने के कारण नेपाल ही नहीं, भारत भी भूकंप से निपटने की तैयारियां काफी समय पहले से कर रहा है। नेपाल के साथ तो हमारे प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलते रहे हैं। मगर विगत शनिवार को जितने बड़े क्षेत्र में यह जलजला आया, उसने वहां की सरकार और जनता, दोनों को पूरी तरह हिलाकर रख दिया है। वैसे अच्छी बात...
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