गांव सवेरा, 25 अगस्त विटा, मदर डायरी समेत लगभग सभी दूध की कंपनियों ने पिछले हफ्ते ही दूध के मूल्य में दो रुपये की बढ़ोतरी की है. दूध की बढ़ी हुई कीमतों का सीधा असर जनता की जेब पर पड़ रहा है. लेकिन इस बीच दूध उत्पादन करने वाले किसानों को कोई लाभ नहीं पहुंच रहा है. 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी में से किसानों के दाम में एक पैसे...
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सरकारी आंकड़े बताते हैं कि कोविड के दौरान भारत का ‘वेतनभोगी वर्ग’ सिकुड़ा, मुस्लिमों पर सबसे ज्यादा असर
दिप्रिंट ,16 अगस्त कोविड के बाद भारत के जॉब मार्केट में दुख जताने के लिए बहुत कुछ है, जहां रिकवरी दर्दनाक रूप से काफी धीमी रही है. सरकारी आंकड़े बताते हैं कि जब वेतनभोगी क्षेत्र की बात आती है, तो धार्मिक अल्पसंख्यकों की- मुसलमान, सिख और ईसाईयों की इसी क्रम में भागीदारी सबसे अधिक प्रभावित हुई है. सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय का यह नवीनतम आवधिक श्रम बल सर्वे (पीएलएफएस) आंशिक रूप...
More »पानी और साफ-सफाई
खास बात - भारत में खुले में शौच करने वाले लोगों की संख्या 626 मिलियन है। यह संख्या 18 देशों में खुले में शौच करने वाले लोगों की संयुक्त संख्या से ज्यादा है।# -ग्रामीण इलाकों में केवल २१ फीसदी आबादी के घरों में शौचालय की व्यवस्था है।* -पेयजल आपूर्ति विभाग के आंकड़ों के हिसाब से कुल १,५०,७३४९ ग्रामीण मानव बस्तियों में से केवल ७४ फीसदी में पूरी तरह और १४ फीसदी में...
More »वैश्विक स्तर पर हर साल झीलों से उत्सर्जित हो रही है 4.2 करोड़ टन मीथेन : रिसर्च
डाउन टू अर्थ, 08 अगस्त क्या आप जानते हैं कि दुनिया भर में झीलें हर साल कितनी मीथेन वातावरण में छोड़ रही हैं, यदि नहीं तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वैज्ञानिकों का अनुमान है कि हर साल यह झीलें करीब 4.2 करोड़ टन मीथेन वातावरण में उत्सर्जित कर रही हैं। गौरतलब है कि दुनिया भर में करीब 28 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में झीलें हैं जोकि आकार में...
More »बिहार में सूखा पड़ने की आशंका
जन चौक, 28 जुलाई बिहार में सूखा जैसी हालत है। वर्षा बहुत कम हुई है। इसका सीधा असर धान की खेती पर पड़ा है। बहुत बड़े इलाके में रोपनी भी नहीं हुई। जहां नलकूप आदि की सहायता से रोपनी हो गई है, वहां भी वर्षा नहीं होने से फसल सूख जाने की आशंका है। ढंग से बरसात अभी शुरू ही नहीं हुई। जबकि मानसून का आगमन जून में ही हो गया। पर...
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