पटना : गंगा में बढ़ता प्रदूषण न केवल मानव जीवन को प्रभावित कर रहा है, बल्कि जलीय जीव-जंतुओं पर भी असर डाल रहा है. बढ़ती गाद के कारण गंगा की गहराई दिनों-दिन घटती जा रही है. ऐसे में गंगा की डॉल्फिन पर भी संकट आ गया है. यदि जल्द गंगा को गाद की समस्या से निजात नहीं दिलायी गयी, तो कुछ समय में गंगा को स्वच्छ रखने वाली...
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बिहार में बाढ़ से 15,000 करोड़ रुपये का नुकसान, अब तक 61 लोगों की मौत
पटना : बिहार में बाढ़ से करीब 15 हजार करोड़ की क्षति का प्रारंभिक अनुमान है. आपदा प्रबंधन विभाग नुकसान के आकलन में जुटा है. आकलन पूरा होने के बाद केंद्र सरकार को ज्ञापन सौंपा जायेगा. इसके बाद केंद्रीय टीम क्षति का जायजा लेने बिहार आयेगी. केंद्रीय टीम की रिपोर्ट पर बिहार को बाढ़ से हुई क्षति की भरपाई के लिए केंद्रीय सहायता मिल पायेगी. आपदा प्रबंधन मंत्री प्रो चंद्रशेखर...
More »काहे रे नदिया तू बौरानी!-- अनिल रघुराज
पानी गले तक आ जाये, तो औरों का भरोसा छोड़ कर खुद ही सोचना और खोजना पड़ता है कि बचने का क्या रास्ता है. दो साल के सूखे के बाद सामान्य माॅनसून ने पूरब से लेकर उत्तर भारत के तमाम इलाकों में यही हालत कर दी है. शहरों, कस्बों व गांवों में लोग घरों से निकल कर सड़कों पर आ गये हैं. नदियां बावली हो गयी हैं. कई जगह तो...
More »राहत-बचाव नाकाफी, फूट रहा बाढ़ पीड़ितों का गुस्सा
नई दिल्ली। गंगा सहित प्रमुख नदियों के जलस्तर में कमी के बावजूद उत्तर प्रदेश और बिहार में बाढ़ के हालात गंभीर बने हुए हैं। राहत और बचाव के प्रयास नाकाफी साबित होने लगे हैं। इसको लेकर बाढ़ प्रभावित का गुस्सा फूटने लगी है। गुरुवार को वाराणसी में एनडीआरएफ की टीम पर लोगों ने हमला बोल दिया। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा भयावह स्थिति बलिया में है। यहां दुबे छपरा रिंग बांध...
More »बाढ़ अब हर साल का किस्सा है-- दिनेश मिश्र
हाल के वर्षों तक बाढ़ को ग्रामीण समस्या के रूप में ही देखा जाता था और हमेशा बाढ़ से ग्रस्त रहने वाले इलाकों के लोगों, जो मुख्यत: किसान होते थे, की मान्यता थी कि बाढ़ आती है और चली जाती है। ऐसा विरले ही होता कि कभी ढाई दिन से ज्यादा टिकी हो। लेकिन हमारे बाढ़-नियंत्रण के प्रयासों ने अब गांवों की कौन कहे, शहरी क्षेत्रों को भी अपने में...
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