मोदी सरकार के तीसरे बजट पर मध्यम-वर्ग की प्रतिक्रिया तीखी रही है. न आयकर छूट की सीमा में बढ़ोत्तरी हुई, न बढ़ते दामों से राहत मिली, बल्कि सेवाकर में बढ़ोत्तरी ने एनडीए सरकार के सबसे बड़े समर्थक मिडिल क्लास को जैसे विपक्षी दलों के साथ ले जाकर खड़ा कर दिया है. महंगी कारें, महंगा सोना, महंगे होटल और कर्मचारी भविष्य निधि (इपीएफ) की निकासी पर लगाये गये कर से चमकती...
More »SEARCH RESULT
नीति आयोग : एक साल का सफर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2014 को अपने पहले स्वतंत्रता दिवस संबोधन में कहा था कि वे योजना आयोग की जगह नयी संस्था बनाना चाहते हैं. इस घोषणा के अनुरूप, 1 जनवरी, 2015 को उन्होंने नीति आयोग बनाने की घोषणा की. इस नयी संस्था से देश को काफी अपेक्षाएं हैं. इसे जहां व्यापार, स्वास्थ्य, कृषि, ग्रामीण विकास, शिक्षा तथा कौशल विकास जैसे मसलों पर ज्ञान के सृजन और...
More »वैश्विक गरीबी उन्मूलन के लक्ष्य से पीछे है संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र (संरा) प्रणाली में सुधार का आह्वान किया है ताकि इसे और प्रभावी बनाया जा सके। प्रधानमंत्री ने कहा है कि विश्व निकाय अभी तक वैश्विक गरीबी उन्मूलन के अपने लक्ष्य को पूरा नहीं कर सका है। संरा के आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ईसीओएसओसी) को वीडियो से संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, "20वीं सदी का सबसे अधूरा काम गरीबी उन्मूलन आज भी जहां...
More »जलवायु न्याय की डगर पर-- एन के सिंह
रॉबर्ट स्वान की इस पंक्ति को याद करना जरूरी है- यह सोच हमारी पृथ्वी के लिए सबसे बड़ा खतरा है कि कोई दूसरा इसे बचा लेगा। कई वैज्ञानिक रिपोर्ट यह इशारा करती हैं कि ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के मौजूदा खतरे की वजह मानवीय गतिविधियां हैं, इसलिए इससे निपटने की जवाबदेही भी मनुष्यों की ही होनी चाहिए। बान की मून के शब्दों में- जलवायु परिवर्तन किसी सीमा से बंधा...
More »अब शनिवार को जारी होगा जलवायु समझौते का नया मसौदा
पेरिस : अहम जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के वार्ता के अंतिम चरण में पहुंचने के बीच आज अधिकारिक रूप से यह घोषणा की गयी कि अब इस सम्मेलन का नया मसौदा शनिवार को जारी होगा. गौरतलब है कि गहन बातचीत के बाद मतभेद के बावजूद कल गुरुवार को एक नया अपेक्षाकृत और छोटा मसौदा जारी किया गया था, जिसमें ‘‘स्थायी जीवनशैली' की तरह भारत द्वारा उठाई गई कई बातों को शामिल...
More »