नई दिल्ली [सुरेंद्र प्रसाद सिंह]। मौसम विभाग के अनुमानों को ठेंगा दिखाते आये मानसून पर इस बार फिर अल निनो का प्रकोप भारी पड़ सकता है। बड़ी परेशानी यह है कि मौसम विभाग इस बार भी अल निनो की चाल पढ़ने में जल्दबाजी दिखा रहा है। मानसून का इतिहास बता रहा है कि जब भी अल निनो का प्रभाव हुआ तो मानसून रास्ता भटक ही गया। पिछले सौ सालों में...
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भ्रष्टाचार रोग से बेबस दुनिया-- पुष्परंजन
भ्रष्टाचार के खिलाफ़ इस समय भारत में हल्ला बोल कार्यक्रम चल रहा है. भ्रष्टाचार के इस रोग से मुक्ति के लिए दुनिया के ज्यादातर देशों की जनता छटपटा रही है. तमाम देशों में भ्रष्टाचार रोकने के लिए संस्थाएं भी हैं. लेकिन क्या करप्शन फ्री समाज का बनना संभव है? दुनिया में भ्रष्टाचार उजागर करने में ’ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल‘ सबसे आगे रहा है. जिस देश में इस संस्था का मुख्यालय है, वह दुनिया के...
More »पर्यावरण में बदलाव से खेती को बचाने का प्रयास
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो ]। घरेलू किसानों को पर्यावरण में बदलाव से उनके खेतों पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को खत्म करने के लिए सरकार 350 करोड़ रुपये की लागत से एक कार्यक्रम शुरू करने वाली है। इस राशि का इस्तेमाल मुख्य तौर पर बदलते पर्यावरण से कृषि कार्यो पर पड़ने वाले नुकसान और इसका समाधान खोजने में किया जाएगा। इसके तहत देश में कई शोध संस्थान खोले जाएंगे, जो...
More »विस्थापन
खास बातें- दुनिया में सबसे ज्यादा बड़े बांध बनाने वाले देशों में भारत तीसरे नंबर पर है। यहां अभी 3600 से ज्यादा बड़े बांधे हैं, जबकि 700 से ज्यादा अभी बनने की प्रक्रिया में हैं। भारत में बांधों की वजह से हुए विस्थापन के बारे में अलग अलग-अलग अनुमान हैं। दास और राव (1989) ने दावा किया कि भारत में बांध परियोजनाओं की वजह से दो करोड़ दस लाख लोग विस्थापित हुए। बड़े...
More »प्राकृतिक आपदा के चलते कृषि उत्पादन में कमी
भुवनेश्वर। राज्य में आ रहे बाढ़, तूफान, सूखा जैसे प्राकृतिक आपदा के चलते कृषि उत्पादन काफी कम होने की बात कृषि मंत्री ड.दामोदर राउत ने कही है। विधानसभा में आज प्रश्नोत्तर काल के दौरान विधायकों के प्रश्न का उत्तर देते हुए मंत्री श्री राउत ने कहा कि 2007-08 में राज्य में 510.22 लाख टन धान उत्पादन हुआ था, जबकि 2008-09 में बाढ़, सूखा जैसे प्राकृतिक आपदा के चलते 453.65 लाख टन धान...
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