-आउटलुक, दक्षिण-पश्चिम मानसून ने तय समय से पहले ही पूरे देश को कवर कर लिया है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार मानसून आज 26 जून 2020 तक पूरे भारत में पहुंच गया है जोकि सामान्यत: जुलाई के पहले सप्ताह तक देश के सभी हिस्सों तक पहुंचता है। आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के शेष हिस्सों में भी मानसून पहुंच गया...
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जलवायु परिवर्तन और बेमौसम बरसात के कारण भारत के कई राज्यों में टिड्डियों के हमलों में बढ़ोतरी
कोविड-19 लॉकडाउन के बीच, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में मई 2020 की दूसरी छमाही में रेगिस्तानी टिड्डियों के झुंड देखे गए हैं. हाल ही में रेगिस्तानी टिड्डियों के झुंडों द्वारा किए गए हमलों ने इन राज्यों में बड़े पैमाने पर फसलों, मवेशियों के चरागाहों और हरी वनस्पतियों को नुकसान पहुंचाया है. एक आधिकारिक अनुमान के मुताबिक, 25 मई, 2020 तक राजस्थान के...
More »पर्यावरण दिवस से नदी दिवस तक
-वाटर पोर्टल, इन दिनों बिहार राज्य में पानी और जंगल के लिए पानी रे पानी अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत 5 जून से 27 सितम्बर 2020 के बीच नदी चेतना यात्रा निकाली जावेगी। इस यात्रा का शुभारंभ एक जून 2020 अर्थात गंगा दशहरा के दिन कमला नदी के तट पर जनकपुर में हो चुका है। नदी चेतना यात्रा के पहले चरण के दौरान मिथिलांचल की कमला नदी,...
More »“महामारी को सरकार ने महात्रासदी में बदला”
-आउटलुक, पहले चंद्रशेखर सरकार और फिर अटलबिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री और फिर विदेश मंत्री जैसा अहम जिम्मा संभाल चुके 83 वर्षीय यशवंत सिन्हा 2014 के बाद से ही दलगत राजनीति से बाहर हैं लेकिन बतौर सार्वजनिक शख्सियत वे आज भी सक्रिय हैं। हाल में लॉकडाउन के दौरान गरीब और प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा के खिलाफ उन्होंने राजघाट पर लगभग 11 घंटे का धरना और गिरफ्तारी दी। उनकी मांग है कि मजदूरों...
More »उत्तराखंड में भारी बारिश से टूटे रास्ते, जनजीवन अस्त-व्यस्त
-डाउन टू अर्थ, 28 मई से उत्तराखंड के कई हिस्सों में बारिश की स्थिति बनी हुई है। पौड़ी में भी 28 मई को हुई तेज बरसात से थलीसैंण ब्लॉक के कई गांवों में मुश्किल हालात पैदा हो गए। यहां पूर्वी नयार नदी को जाने वाला गदेरा उफान पर आ गया। बारिश के साथ गदेरे मे बह कर आए गाद और मलबे से गांवों के रास्ते टूट-फूट गए। ब्यासी, कुनेथ, रौली समेत...
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