लखनऊ। उत्तर प्रदेश के जेल और खाद्य एवं रसद मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने बुधवार को कहा कि खाद्यान्न घोटाला पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के कार्यकाल में हुआ था और उन्होंने ही इस घोटाले का पर्दाफाश किया है। राजा भैया ने लखनऊ में बुधवार को संवाददाताओं से कहा, "खाद्यान्न घोटाला पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के कार्यकाल में हुआ था। मैंने ही इस घोटाले का पर्दाफाश किया था। इस मामले में जांच...
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मायाराज में दलितों पर सबसे ज्यादा अत्याचार
नई दिल्ली. उत्तरप्रदेश में मायावती के शासन के दौरान 2010 में अनुसूचित जातियों पर सबसे ज्यादा अत्याचार हुआ। अनुसूचित जनजातियों पर अत्याचार के मामलों में मध्यप्रदेश सबसे आगे रहा। गृह मंत्रालय की 2011-12 की सालाना जारी रिपोर्ट के अनुसार 2010 में अनुसूचित जातियों पर अत्याचार के मामलों में 2009 के मुकाबले 2.6 प्रतिशत की कमी आई है। देशभर में 32,712 मामले दर्ज हुए। इनमें से 19.2 प्रतिशत (6,272) मामले उत्तर प्रदेश में...
More »मायावती से भी ज्यादा धनवान निकला यह डिप्टी कलेक्टर
अलीबाग (मुंबई ). राज्य के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने 118 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक एक डिप्टी कलेक्टर को गिरफ्तार किया है। रायगढ़ जिले में पदस्थ रहे नीतीश जनार्दन ठाकुर पर आय से अधिक संपत्ति जमा करने का आरोप है। एसीबी ने ठाकुर के ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की। उसे बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी संपत्ति की कीमत 118.39 करोड़ रुपए आंकी गई है। अलीबाग...
More »सत्ता में दलित- श्योराज सिंह बेचैन
Dalits pain मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में जब जातियों के आधार पर राजनीतिक गोलबंदी तेज हो गई है, सही मायने में कांशीराम ही अकेले ऐसे नेता थे जिन्होंने व्यवस्था बदलने के लिए जाति के समाप्त होने का इंतजार नहीं किया था। उन्होंने जातियों, उप-जातियों में सहअस्तित्व और आत्मसम्मान की भावना जगाकर उन्हें सत्ता में हिस्सेदारी की महत्वाकांक्षा के साथ संगठित किया। समकालीन राजनीति में उनके इस योगदान ने न केवल हाशिये पर...
More »दलितों का दर्द- श्योराजसिंह बेचैन
उत्तर प्रदेश में दलित उत्पीड़न की घटनाएं चर्चा का विषय हैं। बहन मायावती के मुख्यमंत्री काल में इन घटनाओं का होना ज्यादा चिंताजनक है। राहुल गांधी का कहना है कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर दलित समस्या का समाधान हो जाएगा। सपा और भाजपा भी दलित समुदाय की बेहतरी के लिए अपनी-अपनी पार्टी का सत्ता में आना जरूरी बता रहे हैं। पर जनता क्या करे? इनमें से कौन-सी पार्टी...
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