SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 1042

बकरी चराने, सूखी लकड़ियां बटोरने पर मुकदमा!- अंबरीश

लखनऊ, 11 दिसंबर। कैमूर क्षेत्र की महिलाएं पंद्रह हजार से ज्यादा फर्जी मुकदमों में फंसी हैं। इनमें से ज्यादातर मुकदमे मिर्जापुर, चंदौली और सोनभद्र जिले की दलित और आदिवासी महिलाओं पर हैं। अंतराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर सोनभद्र में सैकड़ों महिलाओं ने प्रदर्शन कर चेतावनी दी कि अगर एक महीने में इन मुकदमों को वापस नहीं लिया गया तो जनवरी के अंत में ‘जेल भरो आंदोलन’ शुरू किया जाएगा।...

More »

एएमआरआई अस्पताल अग्निकांड में मरने वालों की संख्या 93 हुई

कोलकाता, 12 दिसंबर (जनसत्ता)। महानगर के ढाकुरिया स्थित एएमआरआई अस्पताल में पिछले शुक्रवार को हुए भयावह अग्निकांड में मरने वालों की संख्या 93 हो गई है। रविवार को इसी अस्पताल के साल्टलेक स्थित परिसर में बाबूलाल भट््टाचार्य व बेल व्यू क्लीनिक में नीला दासगुप्त की मौत हो गई। अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि भट्टाचार्य को हृदय की बीमारी के इलाज के लिए एएमआरआई अस्पताल के ढाकुरिया परिसर में भर्ती किया...

More »

80 परिवारों के गांव में 51 को उम्रकैद!

नेवारी-फुलवारी [छत्तीसगढ़]। रायपुर जिले के छोटे से गांव में निचली अदालत के एक फैसले से मातम पसर गया है। मात्र 80 परिवारों के नेवारी-फुलवारी गांव के 51 लोगों को हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। 22 वर्षीया रानी साहू कहती हैं, 'कल तक हम सभी सुकून से अपनी जिंदगी बिता रहे थे। गरीबी के बावजूद सबके चेहरे पर खुशी थी, लेकिन अदालत के एक फैसले...

More »

जिंदल के अधिकारियों के खिलाफ जमानती वारंट

रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले की एक अदालत ने पर्यावरण प्रदूषण के मामले में सोमवार को जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड और उसके दो वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ फिर से जमानती वारंट जारी करने का आदेश दिया है और आगामी 18 नवंबर को आरोपियों को अदालत में तलब किया है। पर्यावरण विभाग के अधिवक्ता ओपी बेरीवाल ने बताया कि रायगढ़ के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जीके नीलम ने इससे पहले थानेदार के...

More »

गरीबों की गिनती का सच : हर्ष मंदर

मानवीय अस्मिता के साथ जीवन बिताने के लिए किसी गरीब व्यक्ति को कितने पैसे की जरूरत हो सकती है? हम जिस समय में जी रहे हैं, उसमें ऐसा कभी-कभार ही होता है कि अखबारों के फ्रंट पेज और खबरिया चैनलों के प्राइम टाइम बुलेटिनों में यह सवाल सुर्खियों में आया हो। यह भी आम तौर पर नहीं होता कि इस पहेली ने मध्यवर्ग की चेतना को चुनौती दी हो। लेकिन जब...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close