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फसल बीमा में 200 करोड़ सीधे बीमा कंपनियों की जेब में

नईदुनिया एक्सक्लूसिव, रायपुर (ब्यूरो)। फसल आधारित बीमा में किसानों की मेहनत की कमाई की 200 करोड़ रु. से अधिक की राशि निजी बीमा कंपनियों की जेब में जाने वाली है। ऐसा सरकार से कृषि ऋण लेने वाले किसानों पर जबरिया लादी गई फसल बीमा योजना की वजह से होने वाला है। इस बात को लेकर किसान खासे चिंतित हैं कि उन्हें बीमा की शर्तों के हिसाब से क्षतिपूर्ति नहीं मिलने...

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GM CROP: गुजरात के हि‍ट मॉडल को सरकार ने कि‍या रि‍जेक्‍ट

नई दि‍ल्‍ली। कृषि परीक्षण के क्षेत्र में सरकार ने सुबह से शाम तक में यू-टर्न ले लिया। सुबह कृषि अनुसंधान केन्द्र में प्रधानमंत्री ने कृषि क्षेत्र में रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित किया लेकिन उसी दिन शाम तक मोदी सरकार में पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावाडेकर ने अहम फैसला लेते हुए जीएम फसल (जेनेटिकली मोडिफाइड) के परीक्षण पर रोक लगा दी। मोदी ने बतौर गुजरात मुख्यमंत्री सबसे पहले...

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कृषि उत्‍पादन बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री ने दिया 'लैब टू लैंड' का नारा

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए अनुसंधान के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल का आह्वान किया। उन्होंने इसके लिए "लैब टू लैंड" का नारा दिया और कहा कि किसानों को उत्पादकता बढ़ाना होगी, जिससे उनकी आय बढ़ेगी साथ ही वे देश और दुनिया का पेट भरने के काबिल हो सकेंगे। प्रधानमंत्री भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के 86वें स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह में बोल रहे...

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गम्हरिया के युवा किसान ने बनाया लकड़ी का माइक्रो ट्रैक्टर

गम्हरिया : इंसान अगर कुछ करने की ठान ले, तो उसके लिए कोई भी काम असंभव नहीं होता. गम्हरिया प्रखंड की रपचा पंचायत अंतर्गत मुर्गाघुटू के 20 वर्षीय युवा किसान टिंकू नायक ने भी अपनी सोच को डेवलप कर एक ऐसी वस्तु बनायी, जिससे वह क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है. खेत जोतने के लिए लकड़ी से बनायी गयी माइक्रो ट्रैक्टर को देखने के लिए इस युवा किसान...

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जनसंख्या के बढ़ते बोझ को भोजन उपलब्ध कराने ऊपरी व शुष्क भूमि की उपयोगिता बढ़ाना है जरूरी

वैज्ञानिकों में भ्रम है कि हम उन्नत तकनीक की बात कर रहे हैं, तो पूर्व की परिस्थिति में ही सिर्फ निचली व मध्यम भूमि की उपयोगिता से काम चल जायेगा. लेकिन नयी परिस्थितियों में ऊपरी भूमि का उपयोग बढ़ाना जरूरी है. वहां ऐसी फसलें लगाने की जरूरत है जो कम पानी में और जल्दी तैयार हो जायें. जैसे मकई, मडुवा व 100 दिनों में तैयार होने वाला धान. मध्यम व निचली...

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