SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 1752

सिर्फ 62 लोगों के पास है दुनिया की आधी दौलत

ब्रिटेन। संपत्‍ित में असमानता का स्‍तर इस कदर बढ़ गया है कि दुनिया के गरीब लोगों की आधी आबादी के पास जितनी संपत्‍ित है, उतनी संपत्‍ित 62 सबसे अमीर लोगों के पास है। यह जानकारी चैरिटी ऑक्‍सफेम नाम की संस्‍था ने एक शोध के बाद दी। स्विट्जरलैंड के दावोस में वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम से एक दिन पहले ऑक्सफैम ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि असमानता दुनिया भर में तेजी...

More »

पंजाब में सालाना 7,500 करोड़ रुपये के ड्रग्स का कारोबारः रिपोर्ट

नई दिल्ली। पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले के बाद आतंकवादियों और ड्रग तस्करों के बीच साठगांठ सुर्खियों में आ गया है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) द्वारा जारी एक रिपोर्ट में ये सामने आया है कि पंजाब में हर साल 7,500 करोड़ रुपये के नशीले पदार्थों की पंजाब में खपत होती है, इसमें ये भी बताया गया है कि हेरोइन की हिस्सेदारी 6,500 करोड़ रुपये की है। पंजाब में जहर का...

More »

भारत में आधार कार्ड से होती है 650 करोड़ की सालाना बचत

वाशिंगटन। आधार कार्ड की महत्ता को विश्व बैंक ने भी स्वीकार किया है। डिजिटल पहचान पत्र के रूप में भारत में बनाए गए आधार कार्ड ने अभी तक देश को प्रति वर्ष एक अरब अमेरिकी डॉलर (करीब 650 करोड़ रुपये) की बचत कराई है। साथ ही भ्रष्टाचार को भी रोकने में मदद की है। यह बात विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री कौशिक बसु ने कही है। बसु के अनुसार आधार कार्ड...

More »

युवा दिवस : यंग इंडिया से स्किल इंडिया तक

वर्ष 1967 में अमेरिकी अर्थशास्त्री विलियम और पॉल पैडॉक ने कहा था कि भारत की बढ़ती आबादी से कोई उम्मीद नहीं की जा सकती, इन लोगों को केवल गुलाम बनाया जा सकता है। एक लंबे समय तक भारत के बारे में दुनिया का यही नजरिया था। बहरहाल, जैसे ही हमारी जनसंख्या ने एक अरब का आंकड़ा पार किया, एक ऐसा 'डेमोग्राफिक डिविडेंड" उभरकर सामने आया, जो कि दुनिया में किसी के...

More »

विकास के किफायती मॉडल की ओर - जयंत सिन्‍हा

सुस्त वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत प्रगति की मशाल थामने और दुनिया के विकास में मुख्य भागीदार बनने को तैयार है। अगले दशक में सकल आर्थिक विकास की दृष्टि से भारत लगभग चीन जितनी और अमेरिका से लगभग दोगुनी भागीदारी करने वाला है। भारतीयों के लिए भारत में तैयार उत्पाद और सेवाओं का उपयोग पूरी विकासशील दुनिया में किया जाने वाला है। इसलिए भारत का किफायती विकास मॉडल न सिर्फ मात्रात्मक...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close